जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर एक बार फिर देश में बहस छिड़ गई है। गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन ने कुछ दिन पहले कहा था कि वह सदन में जनसंख्या नियंत्रण बिल पेश करेंगे। हालांकि तब रवि किशन को सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब ट्रोल किया गया था। अब एक बार फिर रवि किशन ने जनसंख्या नियंत्रण की बात कही है।

जनसंख्या नियंत्रण पर फिर बोले रवि किशन

रवि किशन ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि ‘प्रधानमंत्री विकास के पथ पर चलते हैं, वो चाहते हैं कि देश विश्वगुरु बने। देश विश्वगुरु तब बनेगा, जब जनसंख्या नियंत्रण में होगी इसीलिए मैं इससे जुड़ा बिल लेकर आ रहा हूं।‘ रवि किशन ने यह भी कहा है कि ‘ओपी राजभर और शिवपाल जी भाजपा में आ रहे हैं।’

ओपी राजभर और शिवपाल यादव पर सवाल पूछे जाने पर रवि किशन ने कहा कि ‘सभी लोग बीजेपी को पहचान गये हैं कि ये राष्ट्र की पार्टी है। किसी को बंगला, घोड़ा गाड़ी नहीं बनानी है, ना हमारे पीएम को और ना ही महाराज जी को! सबको देशसेवा और समाज सेवा करनी है। इस सरकार में जोरदार विकास हो रहा है, जिनको पता चल रहा है कि विकास हो रहा है वो भाजपा में आ रहे हैं।’

लोगों की प्रतिक्रियाएं

मनोज पुनिया ने लिखा कि ‘बीजेपी वालों ने स्मार्ट सिटी बना दी, बुलेट ट्रेन चला दी और 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना कर दिया, काला धन वापस आ गया, अब यह नया झुनझुना लेकर आए हैं जनसंख्या नियंत्रण का।’ अभिषेक दत्त नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आपके कितने बच्चे हैं नेता जी? जनसंख्या पर नियंत्रण होना चाहिए पर चर्चा में बने रहने के लिए कुछ भी?’

ब्रिजेश शुक्ला नाम के यूजर ने लिखा कि ‘सुना है माननीय सांसद जी के 4 बच्चे हैं। अगर ये सच है तो ये किस आधार पर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने के लिए कह सकते हैं।’ जय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘इसको पता ही नहीं है कि यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी के नेतृत्व में भारत विश्वगुरु बन चुका है।’ सिया चौधरी नाम की यूजर ने लिखा कि ‘चीन के उदाहरण कम है क्या, जनसंख्या ज्यादा होने के बावजूद भी विश्वशक्ति में गिना जाता, मुद्दे बदलने की कोशिश मत कीजिए।’

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गयी है। जिसके अनुसार, अगले साल दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से भारत के आगे निकल जाने का अनुमान जताया गया है। इतना ही नहीं, ‘विश्व जनसंख्या संभावना 2022’ में कहा गया कि वैश्विक जनसंख्या 15 नवंबर, 2022 को आठ अरब तक पहुंचने का अनुमान है