बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन 26 अक्टूबर को अपना जन्मदिन मना रही हैं। ‘अंखियों से गोली मारें’, ‘दो चेहरे’, ‘सत्ता’, ‘कीमत’ जैसी फिल्में कर रवीना ने इंडस्ट्री में एक अलग जगह बनाई और अब वो ओटीटी पर भी सिक्का जमा रही हैं। उन्हें पद्माश्री पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। मगर हम आपको बता दें कि एक्टिंग के साथ-साथ रवीना के पास पॉलिटिक्स में जाने का भी मौका था, लेकिन उन्होंने वो ठुकरा दिया और बाद में उन्हें इस बात का अफसोस होता है।

बीते साल उम्मीद जताई जा रही थी कि रवीना टंडन राजनीति में कदम रख सकती हैं। उनसे पहले हेमा मालिनी, जया बच्चन और उर्मिला मातोंडकर समेत कई एक्ट्रेसेस पॉलिटिक्स ज्वाइन कर चुकी हैं, लेकिन रवीना ने इन अफवाहों पर विराम लगा दिया।

भले ही उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा लेकिन उन्हें ऑफर जरूर मिले। अपने इंटरव्यू में रवीना ने बताया था कि उन्हें एक बार कांग्रेस ने गोविंदा की जगह चुनाव लड़वाना चाहती थी, लेकिन उन्होंने ऑफर नहीं लिया। लहरें रेट्रो को दिए इंटरव्यू में रवीना टंडन ने खुलकर राजनीति में एंट्री को लेकर बात की।

उनसे पूछा गया था कि क्योंकि उन्हें पद्मश्री मिला, इसलिए उन्हें भारतीय जनता पार्टी का खास बताया जाता है? इस सवाल पर रवीना ने कहा, “मैं भाजपा की खास हूं?” उन्होंने कहा, “मुझे बहुत सारे नेशनल अवॉर्ड कांग्रेस के शासन में भी मिले हैं। मुझे लगता है मुझे उनका जिक्र करना पड़ेगा। मुझे कांग्रेस ने गोविंदा की सीट मुंबई नॉर्थ ऑफर की थी, लेकिन मैं राजनीति में आने के लिए तैयार नहीं थी।”

हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में भी रवीना टंडन ने राजनीति में कदम रखने को लेकर बात की थी और बताया था कि अब उन्हें राजनीति में नहीं जाने का अफसोस होता है। उन्होंने कहा था, “एक वक्त था जब मैं हर विषय पर गंभीरता से विचार कर रही थी। मुझे पूरे भारत में चुनाव लड़ने के लिए सीटों का मिला था- पश्चिम बंगाल, पंजाब, मुंबई, लेकिन दुर्भाग्य से, मुझे उस समय ना कहना पड़ा क्योंकि कुछ हद तक मैं तैयार नहीं थी। मैं वास्तव में किसी भी राजनीतिक पार्टी से इस हद तक प्रभावित नहीं हुई हूं कि उनकी एक विचारधारा का आंख बंद करके पालन कर सकूं।”