90 के दशक में रवीना टंडन और करिश्मा कपूर का करियर अपने पीक पर था। दोनों ही अभिनेत्रियां उस वक्त की बड़ी बजट फिल्मों का हिस्सा बन रही थीं। इस बीच दोनों में प्रतिस्पर्धा होना लाजमी था। राजकुमार संतोषी उन्हीं दिनों फिल्म ‘अंदाज़ अपना अपना’ निर्देशित कर रहे थे। इस फ़िल्म के लिए आमिर खान और सलमान खान को कास्ट किया गया था। हीरोइन के लिए रवीना और करिश्मा को ऑफर मिला तो उन्होंने भी फ़िल्म के लिए हां कर दिया।
इन सभी स्टार्स की आपस में नहीं बनती थी और ऐसे में फ़िल्म बनाना राजकुमार संतोषी के लिए एक बड़ा मुश्किल काम था। एक तरफ आमिर खान और सलमान खान एक दूसरे से बात नहीं करते थे तो दूसरी तरफ रवीना और करिश्मा के रिश्ते ठीक नहीं थे। रवीना ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वो आज भी सोचती हैं, इतने झगड़ों के बाद आखिर ये फ़िल्म कैसे बन गई।
रवीना और करिश्मा ‘अंदाज़ अपना अपना’ के साथ ही ‘आतिश’ फिल्म की शूटिंग भी कर रही थीं। उनकी लड़ाई उस वक्त और बढ़ गई थी जब दोनों आतिश की शूटिंग के बाद अंदाज़ अपना अपना के लिए एयरपोर्ट पर पहुंची थीं।
फिल्म के निर्देशक राजकुमार संतोषी ने राजीव मसांद को दिए एक इंटरव्यू में कहा था, ‘क्लाइमेक्स के समय दोनों बात नहीं कर रही थीं। दोनों आतिश की शूटिंग के लिए बाहर गईं थीं और आते वक्त एयरपोर्ट पर झगड़ा हो गया था, दोनों बात नहीं कर रही थीं। दोनों को बांध के रखा था पिलर में। जब रवीना को कुछ कहना होता तो मुझसे कहती कि राज जी जरा इनसे (करिश्मा कपूर) कहिए हाथ लूज रखें। मैंने कहा तुम कहो न।’
दरअसल रवीना और करिश्मा को क्लाइमेक्स सीन के लिए पोल में रस्सी से बांधा गया था। जब सीन की शूटिंग खत्म हुई तब भी दोनों को राजकुमार संतोषी ने बांधे रखा था। उन्होंने बताया, ‘जब शूट खत्म हुआ तो मैंने कहा दोनों की रस्सी मत खोलना, जब तक ये बात नहीं करतीं, इनकी रस्सी नहीं खुलेगी।’
करिश्मा और रवीना टंडन ने टीवी की दुनिया में भी अपना हाथ आजमाया लेकिन यहां वो बड़े पर्दे की तरह सफल नहीं हो सकीं। करिश्मा ने ‘करिश्मा द मिरेकल्स ऑफ़ डेस्टिनी’ नामक शो में काम किया लेकिन शो नहीं चला था। वहीं रवीना ने ‘साहब, बीबी और गुलाम’ शो से टीवी में कदम रखा था। रवीना की लोकप्रियता भी इस शो को नहीं बचा पाई और शो फ्लॉप हो गया।