चकाचौंध भरी लाइफ हर कोई जीना चाहता है, लेकिन इसके अंदर की सच्चाई काफी कड़वी है। फिल्मी सितारों की लाइफ इसती हसीन नहीं होती, जितनी दिखती है। कई लोगों को फेम रास नहीं आता। ऐसा ही कुछ हुआ था रामानंद सागर की ‘रामायण’ फेम उर्मिला भट्ट के साथ। जिन्हें बेरहमी से मार दिया गया। उर्मिला ने ‘रामायण’ में माता सीता की मां सुनैना देवी का किरदार निभाया था।

उर्मिला का जन्म 1934 में देहरादून में हुआ था और वहीं उन्होंने अपनी पढ़ाई-लिखाई की।  उर्मिला को थिएटर का शौक था, अपने इस शौक को पूरा करने वो राजकोट चली गई। उन्होंने संगीत कला और थिएटर में रुचि दिखाई, अपने करियर की शुरुआत बतौर लोक गायिका और डांसर की थी। मगर फिर उन्हें एक्टिंग का मौका मिला और उन्होंने फिल्मों में एंट्री की। उर्मिला ने हिंदी, गुजराती से लेकर राजस्थानी की कई फिल्मों में काम किया था। उर्मिला ने साल 1995 में आई फिल्म ‘पापी देवता’ में धर्मेंद्र की मां का रोल निभाया था और ये उनकी आखिरी फिल्म थी।

उर्मिला की प्रोफेशनल लाइफ के साथ-साथ पर्सनल लाइफ भी अच्छी चल रही थी। उनकी शादी गुजराती थिएटर जगत में मशहूर मकरंद भट्ट से हुई थी, दोनों एक बेटी और दो बेटों के माता-पिता थे। सब अच्छा चल रहा था लेकिन फिर अचानक कुछ ऐसा हुआ जिसने सबकुछ खत्म कर दिया। बात 22 फरवरी 1997 की है, उर्मिला अपने घर पर अकेली थीं तभी कुछ गुंडे उनके घर में घुस गए और उनकी बेरहमी से हत्या कर दी।

किस्सा टीवी का की रिपोर्ट के मुताबिक उर्मिला के दामाद उनके घर आए थे, उन्होंने काफी देर तक दरवाजे की घंटी बजाई लेकिन किसी ने दरवाजा नहीं खोला। उर्मिला के पड़ोसी ने उन्हें बताया कि सुबह उनके घर में काम करने वाली भी आई थी और तब भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद उर्मिला के दामाद ने अपनी पत्नी यानी उर्मिला की बेटी को इस बात की सूचना दी। वो किसी तरह घर के अंदर घुसे और वहां उर्मिला का शव खून में लथपथ पड़ा था।

घर का सामान बिखरा हुआ था और सामने उर्मिला का शव पड़ा था। उनका गला रेतकर उनकी हत्या की गई थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की, खूब छानबीन हुई, कई लोगों से पूछताछ की गई लेकिन उर्मिला के हत्यारों का पता नहीं चल पाया। आज भी उर्मिला की मौत रहस्य ही है।

तबस्सुम टॉकीज’ में एक्ट्रेस तबस्सुम ने बताया था घर में गुंडों ने उर्मिला के घर से सारा कीमती सामान व जेवर लूट लिए थे। उर्मिला के शरीर को रस्सियों से बांधा गया था और धारदार हथियार से उनके गले पर वार किया गया था।