मनोज बाजपेयी अपनी अपकमिंग फिल्म ‘भैया जी’ के साथ हिंदी सिनेमा जगत में अपनी 100 फिल्में पूरी करने वाले हैं। उन्होंने हर किरदार के साथ अपनी एक अलग पहचान बनाई है। वह आज टॉप एक्टर्स में से एक हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब काम के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था। हाल ही में दिए इंटरव्यू में उन्होंने अपने पुराने समय को याद किया है।

बॉलीवुड बबल को दिए इंटरव्यू में मनोज बाजपेयी ने बताया कि उनकी पहली फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ के लिए उन्हें महज 35,000 रुपये मिले थे। उन्होंने ये भी बताया कि इसके बाद उन्हें कैसे राम गोपाल वर्मा की ‘सत्या’ के लिए अप्रोच किया गया था। उन्होंने कहा, “मुझे मेरी पहली फिल्म तब मिली जब मैं थिएटर कर रहा था और वो थी ‘बैंडिट क्वीन’। मुझे लगभग 35,000 से 50,000 रुपये मिले था और फिर ‘द्रोहकाल’ में मेरा छोटा सा रोल था। क्योंकि जब तक मैंने फिल्म डायरेक्टर गोविंद निहलानी को अप्रोच किया, सभी बड़े रोल जा चुके थे। मुझे डायरेक्टर के साथ काम करना था तो मैंने छोटा रोल ही ले लिया और इसके लिए मुझे 2,000 रुपये मिले थे।”

राम गोपाल वर्मा ने कर दिया था पहचानने से इनकार

मनोज बाजपेयी ने बताया कि फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ के बाद वो ‘दौड़’ में रोल के लिए राम गोपाल वर्मा से मिलने गए थे। जब वो मिले तो उन्हें पता चला कि RGV सालों से उन्हें ढूंढ रहे थे। वो ‘बैंडिट क्वीन’ में उनकी परफॉर्मेंस से काफी प्रभावित हुए थे। इस बारे में बात करते हुए मनोज ने कहा, “वो ये मानने को ही तैयार नहीं थे कि मैंने ही मान सिंह का किरदार निभाया था। उन्होंने कहा, ‘तुम बहुत यंग हो’। मैंने उन्हें बताया कि मैंने ही वो किरदार निभाया था और इसके लिए मैंने दाढ़ी बढ़ाई थी। उन्होंने मुझे बताया कि वो सालों से मुझे ढूंढ रहे थे।”

मनोज ने आगे बताया कि राम गोपाल वर्मा ने उनसे कहा था कि उन्हें नहीं लगा था कि वो कभी भी मनोज को ढूंढ पाएंगे। राम गोपाल वर्मा ने कहा था, ‘मैंने हमेशा सोचा था कि मैं अपनी अगली फिल्म आपके साथ मुंबई माफिया पर बनाऊंगा।’ मैं आपको ढूंढने की बहुत कोशिश कर रहा था।’ मनोज ने कहा कि उस वक्त किसी को ढूंढना बहुत मुश्किल होता था। टेलीफोन उतने विश्वसनीय नहीं थे, और मोबाइल तब आना ही शुरू हुए थे। “बैंडिट क्वीन में मेरा प्रदर्शन देखने के बाद उन्होंने ‘सत्या’ के लिए मेरे बारे में सोचा।”

मनोज बाजपेयी इस वक्त अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘भैया जी’ का प्रमोशन कर रहे हैं। जिसमें उन्हें एक देसी एक्शन हीरो के रूप में दिखाया गया है। इसका निर्देशन अपूर्व सिंह कार्की ने किया है।