प्रधानमंत्री मोदी ने बीते नवंबर माह में देशवासियों को संबोधित करते हुए कृषि कानूनों को वापस ले लिया, जिसके बाद किसान भी अपना आंदोलन स्थगित करके घरों को लौट गए। लेकिन हाल ही में कृषि कानूनों को को लेकर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि हम एक कदम पीछे हटे हैं, लेकिन फिर आगे बढ़ेंगे। अपने इस बयान को लेकर वह विपक्ष के साथ-साथ किसानों के निशाने पर भी आ गए। वहीं हाल ही में भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने उनकी इस बात पर चेतावनी दी है।

मीडिया से बातचीत के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत से सवाल किया गया कि कृषि मंत्री का कहना है कि वह एक कदम पीछे हटे हैं, लेकिन दो कदम आगे बढ़ेंगे? इस बात का जवाब देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “किसान क्या कहीं चला गया है क्या फिर। किसान अभी यहीं पर है और यह सरकार भी यहीं है, करेंगे इनसे चर्चा।”

किसान नेता राकेश टिकैत ने भाजपा द्वारा कांग्रेस का एजेंट कहने पर भी जबरदस्त जवाब दिया। उन्होंने कहा, “ना कांग्रेस वाले हमें मिल रहे कहीं, न कोई और। किसी के इशारे पर आंदोलन नहीं चला, इनसे एक मीटिंग तक तो होती नहीं है। आंदोलन 386 दिनों तक चला था, आज भी मथुरा में आंदोलन चल रहा है, राजस्थान के सवाई माधोपुर में भी आंदोलन चल रहा है।”

यूपी चुनाव को लेकर भी सरकार पर तंज कसने में राकेश टिकैत ने कोई कसर नहीं छोड़ी। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “यूपी में आचार संहिता लगने के बाद बताएंगे कि क्या करना है। कोई भी इन्हें वोट तो दे नहीं रहा है। न ही इनकी रैलियों में भीड़ जुट रही है। अब नहीं पता कि कौन इन्हें वोट देगा।”

राकेश टिकैत यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपने बयान में आगे कहा, “अभी सरकार जो भी दे रही है उसे ले लो। किसान इन सब पर निगाह रखेगा।” किसान आंदोलन के बारे में बात करते हुए किसान नेता ने कहा, “आंदोलन स्थगित हुआ है और लोग चार महीने की छुट्टी पर गए हैं। इसमें कौन कहां जा रहा है इसका कुछ पता नहीं।”