उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ताधारी दल के साथ-साथ विपक्षी पार्टियों ने भी अपनी पुरजोर तैयारियां शुरू कर दी हैं। चुनाव के बीच ही किसान नेता राकेश टिकैत भी खूब सक्रिय नजर आ रहे हैं, हालांकि उनका कहना है कि न वह चुनाव में उतरेंगे और न ही किसी के लिए प्रचार करेंगे। लेकिन इस बीच वह समसामयिक मुद्दों को लेकर सरकार को भी घेरने का मौका नहीं छोड़ते हैं। हाल ही में उन्होंने आजतक के कार्यक्रम ‘पंचायत आजतक’ में न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी को इंटरव्यू दिया, जहां उनसे यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव के सिलसिले में भी सवाल-जवाब किया गया।

इंटरव्यू में न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी ने किसान नेता राकेश टिकैत से पूछा, “यूपी के लिए अच्छी सरकार कौन सी है?” इस बात का जवाब देते हुए भाकियू नेता ने कहा, “जो भी बन जाएगा, वो ठीक। आंदोलन अगर मजबूत रहेगा तो सरकारें सारी ठीक काम करेंगी।” उनकी बात पर न्यूज एंकर ने पूछा, “आंदोलन तो मजबूत था, मतलब भाजपा की सरकार बढ़िया काम कर रही है?”

वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने अपने बयान में आगे कहा, “फिर बीजेपी की सरकारें? आप लोग बनाते हो ये भाजपा की और उसकी।” उनकी बात पर न्यूज एंकर ने बिफरते हुए कहा, “आप वोट नहीं डालते, खुद तो विधायकी के चुनाव लड़ चुके हैं आप।” वहीं राकेश टिकैत ने जवाब देते हुए कहा, “जब लोग चुन जाते हैं तो वह किसी पार्टी के नहीं होते। या तो उनसे कहवाओ।”

न्यूज एंकर ने राकेश टिकैत से आगे पूछा कि हवन के वक्त जयंत चौधरी ने आपसे क्या कहा? इसका जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “उन्होंने कहा था कि घी गर्म नहीं है, मैं घी ज्यादा डालूंगा और आप सामग्री ज्यादा डालो। घी गर्म करते हैं तो किसी न किसी काम तो आता है न।” किसान नेता को टोकते हुए न्यूज एंकर ने कहा कि आपको गोल-मोल बातें करने के लिए किसने कहा है?

तो वहीं राकेश टिकैत ने जवाब में कहा, “बिना गोल-मोल के तो काम भी नहीं चलता। हमको जो बात कहनी थी, हमने गांववालों को कह दी। उसका आप तमाशा देखना।” लाल टोपी और भगवा रंग पर जवाब देते हुए किसान नेता ने कहा, “भगवा रंग समाज का है। लेकिन कुछ लोग रंग चुराते हैं। महर्षि दयानंद भाजपा में थे क्या? राजनैतिक पार्टियों को तो वोट चाहिए, वोट की तलाश देश में हो रही है।”