सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अंतिम विदाई में राहुल गांधी जैसे कई गणमान्य श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत भी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे थे। लेकिन इसी बीच उनके आवास के बाहर मौजूद लोगों ने राकेश टिकैत के विरोध में नारे लगाने शुरू कर दिये। उन्होंने ‘राकेश टिकैत मुर्दाबाद’ के नारे लगाए और आरोप लगाया कि वह देश को पीछे ले गए हैं। इस मामले पर अब किसान नेता ने भी चुप्पी तोड़ी है। राकेश टिकैत ने मामले पर बात करते हुए भाजपा का नाम लेकर हमला बोला है।

राकेश टिकैत से नेशनल दस्तक को दिए इंटरव्यू में सवाल किया गया था कि कल जिस तरह आपके खिलाफ हूटिंग हुई, क्या लगता है कि अभी भी मन साफ नहीं है? इस सवाल का जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “ओछी मानसिकता के लोग ऐसी जगह जाते हैं। हूटिंग का तो हम पिछले साल से एक साल पर बैठे हैं यहां।”

राकेश टिकैत ने अपने जवाब में आगे कहा, “क्या शहीद उनके हैं, क्या मिलिट्री भाजपा की है। वे भाजपा की मिलिट्री बनाना चाहते हैं। क्या देश में कोरिया है, तो इस तरह के लोग देश में गलत मानसिकता वाले हैं। हम देश के अन्नदाता भी हैं और जवानदाता भी हैं, दोनों चीजें हम ही हैं। कोई भाजपा का नेता पुलिस का सिपाही रहा हो, तब ये सब चीजें बताए।”

राकेश टिकैत की बात पर रिपोर्टर ने आगे सवाल किया, “कल का नजारा देखकर ऐसा लग रहा था, मानो नफरत है आपके लिए?” उनके सवाल पर किसान नेता ने कहा, “वो जहर है, अंदर से जब ठीक होता है तो परतें सारी हटती चली जाती हैं। क्योंकि अंदर से जख्म ठीक होने लग रहे हैं। इस तरह के लोग कूड़े में जाते हैं।”

राकेश टिकैत ने आंदोलन के समापन पर बात करते हुए कहा, “समझौते के आधार पर यह समापन हुआ है। समझौता है, उसे सरकार को पूरा करना चाहिए।” किसानों की संतुष्टि पर राकेश टिकैत ने कहा, “संघर्ष से समाधान की ओर रास्ता गया और समझौते से समाधान निकला। लोग तो अभी भी नहीं जाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें भेजा जा रहा है।”