कृषि कानूनों पर सियासत का दौर जारी है। अंतरराष्ट्रीय पॉप सिंगर रिहाना, मिया खलीफा और ग्रेटा थनबर्ग आदि के बयान के बाद यह मामला और गरमा गया है। किसान नेताओं का कहना है कि जब तक कानून पूरी तरह से वापस नहीं लिए जाते हैं तब तक वो आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। टीवी डिबेट में भी इस मामले पर तीखी बहस और नोकझोंक देखने को मिल रही है। ऐसी ही एक बहस News 24 चैनल पर एंकर मानक गुप्ता और भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के बीच देखने को मिली। नोकझोंक के बीच टिकैत डिबेट छोड़ कर चले गए।
डिबेट में मानक गुप्ता सवाल करते हुए कहते हैं कि, आपके साथ धोखा हुआ… आपको दुख है क्या बीजेपी को वोट देने का? इसके जवाब में टिकैत कहते हैं कि मुझे कोई दुख नहीं है। मैं ये कह रहा हूं कि वोट देने का अधिकार सबको है। उस टाइम पर किसको क्या ठीक लगा, दे दिया वोट। अगर हमने बता दिया तो यह क्या कोई गुनाह है क्या? आप बता दो किसको दिया…।
इसके बाद टिकैत आगे मानक गुप्ता से पूछने लगते हैं कि उन्होंने किसको वोट दिया था और कहते हैं कि अब मैं तब ज़वाब दूंगा जब आप बताओगे कि आपने किसको वोट दिया। इस पर मानक गुप्ता कहते हैं कि मैंने यह थोड़ी ही कहा कि आप ने बीजेपी को वोट देकर अपराध किया। इस पर टिकैत कहते हैं, ना…ना, ऐसे थोड़े ही चलेगा। आपने किसको दी आप बताओ पहले। इसी बीच मानक गुप्ता कुछ कहने का प्रयास करते हैं लेकिन टिकैत अपनी बात पर अड़े रहते हैं।
क्या ग़म है जिसको छुपा रहे हो?
मानक भाई बता भी दो..@manakgupta @RakeshTikaitBKU pic.twitter.com/7PIyNPjD0F— Amrish Ranjan Pandey (@pandey_amrish) February 6, 2021
मानक कहते हैं कि टिकैत साहब मैं आपसे सवाल पूछ रहा हूं। इस पर वो कहते हैं कि मैं आपके सवाल का जवाब तब दूंगा जब आप बताओगे कि किसको वोट दिया। डिबेट के दौरान टिकैत लगभग अड़ जाते हैं और कहते हैं कि अगर है हिम्मत तो बताओ किसको दिया… मैंने बता दिया कि मैंने बीजेपी को दिया।
नोकझोंक के दौरान मानक गुप्ता कहते हैं कि मैंने नहीं दिया वोट…मैंने ईमानदारी से आपको सच बता दिया कि मैंने वोट नहीं दिया। इस पर टिकैत बिफरते हुए कहते हैं कि आपने नहीं दिया तो आपको क्वेश्चन करने का कोई अधिकार नहीं है देश में। आपको किसी पर विश्वास नहीं है तो आपको क्वेश्चन करने का कतई अधिकार नहीं है…आप से खराब आदमी तो कोई हो ही नहीं सकता, जिसको संविधान में विश्वास नहीं है, उसको देश में क्वेश्चन करने का कोई अधिकार नहीं है।
राकेश टिकैत यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि मैं आप की डिबेट यही छोड़कर जाता हूं। या तो आप डर की वजह से नहीं बता रहे हैं या तो आपने वोट नहीं दिया तो आपको सवाल का अधिकार नहीं है। इस दौरान मानक गुप्ता कहते हैं कि टिकैत साहब नाराज क्यों होते हैं? हालांकि टिकैत उनकी एक नहीं सुनते हैं और डिबेट छोड़ कर चले जाते हैं।

