Rakesh Tikait: कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का प्रोटेस्ट अब भी री है। बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर सरकार पर भड़ास निकाली और धमकी देते नजर आए। उन्होंने कहा कि सरकार का इलाज करना पड़ेगा। उनके बयान पर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने पलटवार किया और टिकैत को उन्हीं की स्टाइल में जवाब दिया।
दरअसल, राकेश टिकैत ने कहा था- ‘सरकार मानने वाली नहीं है। इलाज तो करना पड़ेगा। ट्रैक्टरों के साथ अपनी तैयारी रखो। जमीन बचाने के लिए आंदोलन तेज करना होगा।’ इसी बयान पर रिएक्ट करते हुए अशोक पंडित ने लिखा- ‘ख़ालिस्तानी मानने वाले नही हैं। इलाज तो करना पड़ेगा। सरकार को अपनी पूरी तैयारी रखनी चाहिए। देश बचाने के लिए इनको सबक़ सिखाना ज़रूरी है।’
बता दें एक अन्य पोस्ट में राकेश टिकैत ने कहा था- ‘केंद्र सरकार ये गलतफहमी अपने दिमाग से निकाल दे कि किसान वापस जाएगा। किसान तभी वापस जाएगा, जब मांगें पूरी हो जाएंगी। हमारी मांग है कि तीनों कानून रद्द हों। एमएसपी पर कानून बने।’
ख़ालिस्तानी मानने वाले नहीं हैं !
इलाज तो करना पड़ेगा ! सरकार को अपनी पूरी तय्यारी रखनी चाहिये ! देश बचाने के लिए इनको सबक़ सिखाना ज़रूरी है ! https://t.co/G1NUOE6XjU— Ashoke Pandit (@ashokepandit) June 20, 2021
उन्होंने कहा- ‘या तो ये किसान और जनता रहेगी या ये सरकार रहेगी। अन्नदाता की आवाज झूठे मुकदमों से दबने वाली नहीं है..। किसानों पर हरियाणा सरकार झूठे मुकदमे दर्ज कर उत्पीड़न कर रही है। इससे आप आंदोलन को न हटा सकते हो न दबा सकते हो।’
यूजर्स भी दे रहे प्रतिक्रिया : अशोक पंडित द्वारा दिए गए जवाब पर तमाम यूजर्स के रिएक्शन भी आ रहे हैं। सामने आने लगे। गौरव नाम के एक यूजर ने लिखा- ‘आतंकवाद का खात्मा जरूरी है। चाहे वो किसी भी वेश या रंग रूप में हो।
आरजी अग्निहोत्री नाम के यूजर ने लिखा- ये भारत का इलाज करने की धमकी दे रहा है। यूं ही सोच रहा था कि इस समय इंदिरा जी प्रधानमंत्री होतीं तो क्या करतीं। या सरदार पटेल गृहमंत्री होते तो क्या करते..? कुछ भोले किसानों को इनसे अलग कर, किसान के भेष में छिपे देशद्रोहियों को सबक सिखाना बेहद आवश्यक हो गया है।’
निर्मला नाम की एक महिला यूजर ने कहा- ‘गरीब किसानों को आंतकवादी कहते हुए आपको शर्म नहीं आई। अपनी जमीन बचाने के लिए ये आंदोलन चलता रहेगा। पहले अपने गिरेबान में झांको।’