दिवंगत कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का 21 सितंबर की सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर निधन हो गया। उन्होंने 42 दिनों तक दिल्ली के एम्स अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ी लेकिन आखिर में वो हार गए। दिल्ली के निगमबोध श्मशान घाट पर राजू श्रीवास्तव का अंतिम संस्कार किया गया। राजू के बेटे आयुष्मान ने उन्हें मुखाग्नि दी। परिवार और दोस्तों के अलावा श्मशान घाट पर राजू के चाहने वालों की भीड़ जमा है।
कॉमेडियन सुनील पाल, सुरेंद्र शर्मा समेत कई कलाकार और राजनेता भी श्मशान घाट पर राजू को अंतिम विदाई देने पहुंचे। राजू के फैंस ने उन्हें अंतिम विदाई देते वक्त ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, राजू श्रीवास्तव याद रहेगा’ नारे भी लगाए।
दिल्ली के द्वारिका के दशरथपुर से राजू की अंतिम यात्रा शुरू की गई थी। दुनिया को हंसाने वाले राजू सबको रुला गए। उनके दोस्त और फैंस सोशल मीडिया पर उनके लिए इमोशनल पोस्ट शेयर कर रहे हैं।
आपको बता दें राजू श्रीवास्तव 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट कर रहे थे, तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और वो बेहोश होकर गिर गए। राजू को दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें तुरंत दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। राजू को तब से लेकर उनकी आखिरी सांस तक वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।
बीच-बीच में राजू के परिवार और करीबी फैंस को उनकी सेहत से जुड़े अपडेट देते रहे। राजू की तबीयत में सुधार उनके दिमाग के कारण नहीं हो पाया। एमआरआई में पता लगा था कि उनकी दिमाग की नस में ब्लॉकेज है, जिसके कारण उनके दिमाग के ऊपरी हिस्से में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पा रही थी।
हालांकि इस बीच परिवार वालों ने कई बार दावे किए कि राजू को होश आ रहा है, लेकिन डॉक्टर की ओर से इस तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई। डॉक्टर्स का कहना था कि जब तक राजू के दिमाग में पूरी तरह से ऑक्सीजन नहीं पहुंचती, उनका ठीक होना मुश्किल है। देश के बेहतर डॉक्टर के अंडर उनका इलाज चल रहा था।