गुड़गांव के राजकुमार राव की ज़िंदगी पिछले 2-3 सालों में पूरी तरह से बदल चुकी है। आज वे बॉलीवुड में अपनी किस्मत आज़मा रहे लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं। लेकिन जब राजकुमार बड़े हो रहे थे तो उनकी प्रेरणा शाहरूख खान थे। राजकुमार ने कहा – जब मैं बड़ा हो रहा था तो शाहरूख से बेहद प्रभावित था। मैं उनके पोस्टर्स को देखता रहता था और कई बार सोचता था कि अगर शाहरूख जैसा इंडस्ट्री से बाहर का एक्टर आकर बॉलीवुड पर राज कर सकता है तो शायद मेरे लिए भी उम्मीद की किरण तो है।

राजकुमार ने अपने शुरूआती संघर्ष को याद करते हुए कहा कि ‘मुझे मुंबई में छोटे-मोटे विज्ञापन मिल जाते थे। कई ऐसे विज्ञापन भी, जो आपको कुछ टाइम बाद याद भी नहीं रहते थे। मैं किसी विज्ञापन में 10वें नंबर पर खड़ा रहता था। मैं तकरीबन 10000 रूपए महीना कमा लेता था लेकिन फिर भी कई दिन ऐसे थे जब मेरे पास कुछ नहीं होता था और मुझे अपने दोस्त को फोन कर खाने का जुगाड़ करना पड़ता था।’

हालांकि मुश्किल से मुश्किल क्षण में भी राजकुमार ने कभी हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने कहा कि ‘मैं हमेशा ऑडिशन्स के लिए यहां वहां भटकता रहता था। मैं ढेरों अस्सिटेंट डायरेक्टर्स और कास्टिंग डायरेक्टर्स से मुलाकात करता था। वो मुझे कई बार छोटे रोल्स के लिए बुलाते थे और मैं उन्हें कहता था कि मुझे प्लीज थोड़ा बड़ा रोल दे दो लेकिन मुझे बड़ा रोल नहीं मिलता था। लेकिन मैं हताश नहीं होता था, मुझे लगता था कि कोई न कोई तो होगा जो मेरे टैलेंट की कद्र करेगा।’

राजकुमार के अथक प्रयासों के चलते आखिरकार उन्हें दिबाकर बनर्जी की एलएसडी फिल्म मिली थी। उन्होंने बताया कि ‘मुझे याद है कि मैं अतुल मोंगिया के लगातार संपर्क में था और आखिरकार मुझे लव सेक्स और धोखा के ऑडिशन के लिए बुलाया गया था। मैंने करीब तीन चार टेस्ट दिए थे। इसके बाद करीब एक हफ्ते बाद मैं अपने घर पर अकेला था और मुझे अपनी ज़िंदगी का सबसे महत्वपूर्ण कॉल आया। उनके शब्द थे – “हो गया है। तुम्हें फिल्म मिल गई है” ये सुनकर मैं घुटनों के बल बैठ गया और मैंने अपनी मां को फोन किया था।’

लव, सेक्स और धोखा बॉक्स ऑफिस पर औसत से बेहतर साबित हुई थी और इस फिल्म ने राजकुमार के लिए बॉलीवुड के रास्ते खोल दिए थे। लेकिन उनकी ज़िंदगी का एक बेहद खास लम्हा अभी आना बाकी था – शाहरूख खान से मुलाकात।

राजकुमार ने कहा कि ‘मैं महबूब स्टूडियो में क्वीन की शूटिंग कर रहा था और मुझे पता चला कि शाहरूख भी वहां शूटिंग कर रहे हैं। मुझे लगा कि इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा। मैंने उन्हें एक मेसेज पहुंचाया था, मुझे नहीं लगता था कि शाहरूख मुझे जानते होंगे लेकिन उन्होंने मुझसे मुलाकात की थी और उन्हें मेरे पूरे करियर को लेकर खबर थी। उन्होंने मुझे बेहद खास फील कराया। मैं पहले से ही उनका फैन था लेकिन उस दिन मैं उनका सबसे बड़ा प्रशंसक बन बैठा था। मैं पूरे समय काफी नर्वस था और उन्हें निहार रहा था। एक फैन के तौर पर मैं उनके पोस्टर्स के साथ बात किया करता था और आज वही स्टार मेरे सामने खड़ा था। जाहिर है, मैं जो फील कर पा रहा था उसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।’

https://www.jansatta.com/entertainment/