लेजेंड एक्टर राजकुमार के किस्से और कहानियां आज भी मशहूर हैं। एक्टर एक नजर जिसको देख लेते थे वह सकपका जाता था कि अब राजकुमार साहब कुछ कहेंगे या टांग खीचेंगे। एक्टर राम मोहन ने राजकुमार और उनकी शख्सियत को लेकर एक बार एक इंटरव्यू में बताया था कि वह किस किस्म के व्यक्ति थे। राजकुमार का रवैया बड़ा ही अड़ियल किस्म का था। वह जब सेट पर पहुंचते थे तो कोई उनके सामने से गुजरने की हिम्मत नहीं करता था क्योंकि सब उनके एटीट्यूड से झिझकते थे कि न जानें कब राजकुमार साहब क्या कह दें।

राम मोहन ने बताया था कि एक्टर दारू पीकर बिलकुल भी शोर शराबा या हंगामा नहीं करते थे। तो वहीं उनका रुतबा ऐसा था कि किसी की भी उनके आगे नहीं चलती थी। वह बड़े बड़ों को पानी पिला देते थे।

राजकुमार को सेट पर हर काम सही समय पर करना होता था, लेट लतीफी पर वह बहुत नाराज हो जाया करते थे। वहीं आए दिन अपने जूनियर्स की टांगखिंचाई भी करते रहते थे। इसको लेकर ही राममोहन बताते हैं- ‘वह एक ग्रेट आर्टिस्ट थे। वह ऐसे थे कि बड़े-बड़ों को पानी पिला दें।’

राम मोहन ने बताया था- ‘एक्टिंग का तो आप जानते ही हैं कि उनका स्टाइल क्या था। उनके तो जूते भी एक्टिंग करते थे। लेकिन जूतों से एक्टिंग किसने कराई डायरेक्टर बीआर चोपड़ा ने। कैरेक्टर को किसने विजुवलाइज किया? डायरेक्टर ने। मेन तो फिल्म की कहानी है और उसे एग्जिक्यू करने वाला एक्टर है। तो जो राजकुमार जी थे वह बहुत कॉम्प्लिकेटेड पर्सनालिटी थे।’

राम मोहन ने बताया- ‘कोई भी उनके सामने बनने की कोशिश करे या उनपर चढ़ने की कोशिश करे तो वो बर्दाशत नहीं था। हां, लड़ेंगे नहीं। दारू पीकर झगड़ा नहीं करेंगे। लेकिन ऐसी बात कह देंगे, जुमला बोलेंगे कि सामने वाला चुप हो जाएगा।’

उन्होंने आगे बताया था- ‘मैंने भी उनके साथ काम किया वो जानते थे, किसको कहां रखना है, ये मैं अपना बढ़प्पन नहीं कह रहा हूं, उनका बढ़प्पन था। उन्होंने हर आदमी की किसी न किसी तरह से टांग खींची होगी। आज तक उन्होंने मेरे साथ कभी ऐसा नहीं किया था। जब भी कहीं मिलें तो कहते- अरे भाई राममोहन कहां जा रहे हो भाई..और मैं डरता था कि कहीं किसी मौके पर वह मुझे ना कुछ कह दें। लेकिन कभी ऐसा नहीं हुआ। उनके साथ मैंने एक फिल्म की थी बनारस में- गोदान। बहुत अच्छे आदमी थे।’