सुपरस्टार रजनीकांत ने इसी महीने की शुरूआत में यह घोषणा की थी कि वो अपनी खुद की एक पार्टी बनाएंगे और अगले साल होनेवाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में भाग लेंगे। लेकिन अब उनका कहना है कि वो चुनावी राजनीति का हिस्सा नहीं बनेंगे। उन्होंने 3 दिसंबर को एक ट्वीट के माध्यम से कहा था कि अगले साल जनवरी में वो एक पार्टी को लॉन्च करेंगे और इससे जुड़ी घोषणा वो 31 दिसंबर को करेंगे। मगर अब उन्होंने अपनी घोषणा में यह स्पष्ट किया है कि न तो वो चुनावों में भाग लेंगे और न ही कोई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे।

हाल ही में ब्लड प्रेशर में उतार- चढ़ाव के बाद रजनीकांत अस्पताल में भर्ती हुए थे। अस्पताल से लौटने के दो दिनों बाद रजनीकांत ने अपने समर्थकों से माफ़ी मांगते हुए एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने कहा, ‘बहुत ही दुख के साथ मुझे यह कहना पड़ रहा है कि मैं राजनीति में नहीं प्रवेश कर सकता हूं। इस निर्णय की घोषणा करते हुए मुझे जो दुख हो रहा है उसे बस मैं ही समझ सकता हूं।’

रजनीकांत ने आगे कहा, ‘राजनीति में बिना आए मैं लोगों की सेवा करूंगा। मेरी यह घोषणा मेरे फैंस और लोगों को निराश करेगी लेकिन प्लीज़ मुझे माफ़ कर दीजिए।’ रजनीकांत ने ये बातें ट्विटर पर शेयर किए गए अपने तीन पन्नों के बयान में कही है। रजनीकांत की इस घोषणा से उनके समर्थक वाकई निराश हुए हैं लेकिन अपने स्वास्थ्य कारणों और महामारी के चलते तमिल सुपरस्टार ने राजनीति से दूरी बनाए रखने का निर्णय लिया है। रजनीकांत ने अपनी पार्टी बनाने की घोषणा तमिलनाडु चुनावों के ठीक 5 महीने पहले की थी। इससे उनके समर्थकों में जोश देखने को मिल रहा था।

 

उनके राजनीति में प्रवेश की घोषणा से उनके समर्थक इसलिए भी खुश थे क्योंकि तमिलनाडु की राजनीति के दो बड़े व्यक्तित्वों, जयललिता और करुणानिधि के चले जाने से एक खालीपन सा आ गया था। रजनीकांत ने लोगों को एक नई उम्मीद दी थी लेकिन अब अपने स्वास्थ्य को देखते हुए वो चुनाव नहीं लड़ेंगे।

70 वर्षीय रजनीकांत की सेहत और उम्र को देखते हुए डॉक्टर ने उन्हें एक हफ्ते तक पूर्ण बेड रेस्ट की सलाह दी है और उन्हें कोविड के कारण घर में ही रहने को कहा गया है।