राजकुमार अपनी फिल्मों के अलावा अपने रौबदार व्यक्तित्व के लिए भी जाने गए। उनके अक्खड़ स्वभाव के कारण फिल्म इंडस्ट्री में कई लोग उनसे नाराज़ ही रहते थे। ऐसे कई किस्से प्रचलित हैं जब राजकुमार ने निर्देशकों, एक्टर्स को अपमानित कर दिया हो। इस वजह से राजकुमार के साथ रजनीकांत और नसीरुद्दीन शाह ने काम करने से इनकार कर दिया था। इस बात का खुलासा राजकुमार को कई फिल्मों में निर्देशित कर चुके मेहुल कुमार ने किया था।

मेहुल कुमार जब फिल्म तिरंगा बना रहे थे तब उन्होंने लीड रोल में सबसे पहले राजकुमार को कास्ट किया। एक और लीड किरदार के लिए वो रजनीकांत के पास गए जहां रजनीकांत ने उन्हें मना कर दिया था। इस बात का ज़िक्र मेहुल कुमार ने हाल ही में बॉलीवुड प्रेमी नामक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में किया है।

मेहुल कुमार ने बताया, ‘मैंने सबसे पहले रजनी जी (रजनीकांत) से बात की, उन्होंने कहानी सुनी। मैं कहानी सुनाने के लिए मद्रास गया था। उनको सब्जेक्ट बहुत अच्छा लगा और वो ये भी बोले कि तुमने नाम भी मेरा ही रखा हुआ है। मैंने रजनीकांत का जो ओरिजिनल नाम है, वही नाम नाना (नाना पाटेकर) का पहले रखा था। फिर वो बोले कि लेकिन मुझे एक चीज का डर है, वो है राज साहब का।’

निर्देशक ने आगे कहा, ‘रजनी जी ने कहा कि राज साहब के साथ कभी जमे, नहीं जमे….मेरा नेचर ऐसा है नहीं। हम फिर कभी काम करेंगे। ये फिल्म में मुझे माफ़ कर दो। मैंने कहा ठीक है सर नो प्रॉब्लम। फिर वहां से वापस आया तो नसीर भाई (नसीरुद्दीन शाह) को समझाया। नसीर भाई ने भी राज साहब के नाम पर मना कर दिया।’

इसके बाद मेहुल कुमार ने नाना पाटेकर को फ़ोन किया था। लेकिन नाना पाटेकर ने भी फिल्म के लिए यह कहते हुए मना कर दिया था कि वो आर्ट फ़िल्में ही करते हैं, कमर्शियल फ़िल्में नहीं। मेहुल कुमार ने नाना पाटेकर को समझाया था कि आर्ट फिल्मों की पहुंच बहुत कम दर्शकों तक होती है जबकि कमर्शियल फ़िल्में सब जगह देखी जातीं हैं। उनके समझाने के बाद नाना पाटेकर फिल्म करने को राजी हुए थे।

लेकिन जब ये बात राजकुमार को पता चली तो वो नाराज़ हो गए। उन्होंने मेहुल कुमार से कहा था कि नाना सेट पर गाली गलौच करता है, उसे क्यों लिया। हालांकि मेहुल कुमार ने किसी तरह दोनों अभिनेताओं को साथ काम करने के लिए राजी किया था। दोनों फिल्म के सेट पर एक-दूसरे से बात नहीं करते थे।