हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार राजेश खन्ना का 18 जुलाई 2012 को 69 की उम्र में निधन हो गया था। राजेश खन्ना ने अपनी जिंदगी के आखिरी दिन अपने परिवार के साथ नहीं, बल्कि अपनी पुरानी प्रेमिका एक्ट्रेस अंजू महेंद्रू के साथ बिताए थे। महेश भट्ट ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ खास बातचीत में बताया था कि राजेश खन्ना के अंतिम दिनों में अंजू महेंद्रू उनके साथ थीं और उनका ख्याल रख रही थीं। इतना ही नहीं दम तोड़ते वक्त राजेश खन्ना ने अंजू का हाथ पकड़ा हुआ था।
डिंपल कपाड़िया और राजेश खन्ना ने शादी तो की थी, लेकिन इनका रिश्ता ज्यादा सालों तक नहीं चल पाया था। हालांकि दोनों ने एक दूसरे को तलाक नहीं दिया था, लेकिन वो अलग रहने लगे थे। इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक राजेश खन्ना ने अपनी वसीयत में भी डिंपल कपाड़िया का नाम नहीं डाला था।
इंडियन एक्सप्रेस ने रिपोर्ट्स के हवाले से लिखा है कि राजेश खन्ना ने अपनी संपत्ति पत्नी डिंपल कपाड़िया के नाम नहीं की थी। राजेश खन्ना की मौत कैंसर से हुई थी और कहा जाता है कि इस वक्त में डिंपल कपाड़िया भी उनका ख्याल रख रही थीं। लेकिन अंतिम समय में राजेश खन्ना ने अपनी वसीयत अपनी दोनों बेटियों ट्विंकल खन्ना और रिंकी खन्ना के नाम कर दी थी।
राजेश खन्ना की संपत्ति को लेकर तमाम रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उनके पास 1000 करोड़ रुपये की संपत्ति थी, जिसे वो अपनी बेटियों के नाम कर गए थे। इंडिया टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक निधन से एक रात पहले राजेश खन्ना ने अपनी वसीयत बदली थी। जिस वक्त वसीयत पढ़ी गई वहां राजेश खन्ना के साथ-साथ उनकी दोनों बेटियां, दामाद अक्षय कुमार, डिंपल कपाड़िया मौजूद थे और इसे कैमरे में भी रिकॉर्ड किया गया था।
लिव-इन पार्टनर ने संपत्ति में मांगा था हक
बता दें कि डिंपल कपाड़िया से अलग होने के बाद राजेश खन्ना सालों तक अनीता आडवाणी के साथ लिव-इन रिलेशन में रहे थे। अभिनेता के निधन के बाद अनीता ने अपने हक के लिए कानून का सहारा लिया था। अनीता ने कहा था कि वो और राजेश खन्ना साथ पति-पत्नी की तरह रहते थे और उसका भी संपत्ति पर हक है।