बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राजेश खन्ना ने फिल्म ‘आखिरी खत’ से सिनेमा में कदम रखा था। अपनी एक्टिंग और स्टाइल से उन्होंने देशभर में काफी पहचान बनाई थी। राजेश खन्ना की लोकप्रियता ऐसी थी कि वह जहां भी जाते, उन्हें देखने वालों की वहां भीड़ इकट्ठी हो जाती थी। लेकिन इन सबके बाद भी राजेश खन्ना को एक चीज का डर हमेशा लगा रहता था। एक्टर का वह डर था ‘अकेलापन’, जिससे छुटकारा पाने के लिए राजेश खन्ना तेज आवाज में टीवी चलाकर भी सोया करते थे।

राजेश खन्ना से जुड़ी इस बात का खुलासा उनकी खास दोस्त अनीता आडवाणी ने बीबीसी हिंदी को दिए इंटरव्यू में किया था। इसके साथ ही इंटरव्यू में अनीता आडवाणी ने राजेश खन्ना से अपनी दोस्ती को लेकर भी चर्चा की। अनीता आडवाणी के मुताबिक राजेश खन्ना को अकेलेपन से बेहद डर लगता था।

राजेश खन्ना के बारे में बात करते हुए अनीता आडवाणी ने कहा, “मैंने बहुत छोटी उम्र में उनसे पहली बार मुलाकात की थी। मेरे एक परिचित उनकी शूटिंग दिखाने मुझे ले गए थे। उसके बाद मैं 13 साल की उम्र में उनसे महबूब स्टूडियो में मिली थी। लगातार आठ-दस महीने तक उनसे मिलने के बाद मैं जयपुर चली गई थी।”

अनीता आडवाणी ने राजेश खन्ना के बारे में बात करते हुए आगे कहा, “दोबारा हमारी मुलाकात 1990-91 में एक पार्टी के दौरान हुई थी। उसके बाद से ही हमारा मिलने का सिलसिला फिर शुरू हो गया था। 2000 के बाद मैं उनके मुंबई स्थित घर आशीर्वाद भी आने लगी थी।”

राजेश खन्ना की आदत के बारे में अनीता आडवाणी ने आगे कहा, “काकाजी को अकेलेपन से बेहद डर लगता था। वो रात को तेज आवाज में टीवी चलाकर और घर की लाइटें ऑन करके सोते थे। उन्हें हर काम बेहद सलीके वाला पसंद था। कोई बात उनके मन की ना हो या कोई सामान अपनी जगह पर ना हो तो वे बेहद गुस्सा हो जाते थे।”

इससे इतर राजेश खन्ना ने 1990 में दिए एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि उन्हें मौत से बिल्कुल भी डर नहीं लगता है। उन्होंने इस बारे में कहा था, “मैं मौत से बिल्कुल भी नहीं डरता हूं। अगर मैं मृत्यूशय्या पर लेटा हूं तो भी मैं यही कहूंगा कि मुझे कोई पछतावा नहीं है। मुझे सभी बेस्ट चीजें ही मिली हैं। ऐसे में जब भी मौत आएगी, मैं मुस्कुरा दूंगा।”