बॉलीवुड के मशहूर एक्टर राजेश खन्ना ने फिल्म ‘आखिरी खत’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। साल 1973 में राजेश खन्ना ऐक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया के साथ शादी के बंधन में बंधे थे। हालांकि डिंपल कपाड़िया से पहले राजेश खन्ना ऐक्ट्रेस अंजू महेंद्रू के साथ रिलेशनशिप में थे, लेकिन 1972 में दोनों का ब्रेकअप हो गया था। रिश्तों में दरार आने के बाद राजेश खन्ना और अंजू महेंद्रू 17 सालों बाद एक-दूसरे से मिले थे और इस दौरान उनके बीच माहौल भी काफी अजीब हो गया था।
राजेश खन्ना से जुड़ी इस बात का खुलासा खुद अंजू महेंद्रू ने अपने एक इंटरव्यू में किया था। राजेश खन्ना के बारे में ऐक्ट्रेस ने कहा था, “जब 17 सालों बाद हमने एक-दूसरे से पहली बार बात की थी तो मैं यह स्वीकार करती हूं कि हमारे बीच माहौल काफी अजीब हो गया था। हम दोनों को ही अजीब महसूस हो रहा था।”
अंजू महेंद्रू ने इस बारे में आगे कहा, “न तो मैंने उन्हें जतिन कहकर बुलाया, जैसे मैं पहले पुकारती थी और न ही उन्होंने मुझे पहले की तरह निक्की कहकर पुकारा। मैंने उन्हें काका तक नहीं कहा, क्योंकि यह काफी ज्यादा फिल्मी हो जाता।” अंजू महेंद्रू और राजेश खन्ना को लेकर यह भी कहा जाता था कि दोनों 1966 से लेकर 1972 तक लिव-इन रिलेशनशिप में भी रहे थे।
राजेश खन्ना ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह अपनी ज्यादातर फिल्में अंजू महेंद्रू के साथ ही देखते थे, साथ ही उनके मुंह से अपनी तारीफ सुनने का भी इंतजार करते थे। लेकिन ऐक्ट्रेस कभी उनकी तारीफ नहीं करती थीं, साथ ही हमेशा आलोचना ही करती थीं। इस बारे में राजेश खन्ना ने कहा था, “मुझे तारीफों की उम्मीद नहीं थी, केवल मैं उनकी हामी ही चाहता था। लेकिन वह हमेशा आलोचना करती थीं।”
दूसरी ओर अंजू महेंद्रू ने इन बातों की वजह जाहिर करते हुए कहा था, “मैं आलोचक थी, क्योंकि मैं ऐसी ही हूं। अगर वह बुरे हैं तो मैं हमेशा यही कहूंगी। मुझे उन्हें केवल खुश रखने के लिए ही उनकी तारीफ क्यों करनी चाहिए। उनके अहंकार को बढ़ाने के लिए उनके आसपास पहले से ही बहुत कुछ मौजूद था।”