अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति बिजनेसमैन राज कुंद्रा पोर्नोग्राफी मामले में जेल में हैं। राज कुंद्रा पर लगे आरोपों का असर शिल्पा शेट्टी पर भी हुआ है। सोशल मीडिया पर कई लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं और कई कई खबरों से वो आहत हुई हैं जिसके लिए वो कोर्ट भी गई थीं। अब शिल्पा ने एक बयान जारी कर लोगों से अपील की है कि उनके बच्चों का ख्याल कर पूरे परिवार की निजता का सम्मान किया जाए।

शिल्पा ने अपना बयान अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर शेयर किया है। उन्होंने अपने बयान में लिखा, ‘पिछले कुछ दिन हर तरह से मुश्किल भरे रहे हैं। कई अफवाहें और आरोप लगे हैं। मीडिया और मेरे चाहने वाले ने मेरे बारे में कई गलत बातें कही हैं। ट्रोल और सवाल सिर्फ मुझसे ही नहीं बल्कि मेरे पूरे परिवार से किया जा रहा है। इस पर मेरा स्टैंड ये है कि मैंने अभी तक कुछ नहीं कहा है और आगे भी इस मामले को लेकर चुप रहूंगी, इसलिए मेरे नाम का इस्तेमाल कर झूठी बातें न बनाएं।’

शिल्पा ने अपने बयान में आगे लिखा, ‘एक सेलेब्रिटी के तौर पर मेरी फिलॉसफी है कि कभी शिकायत मत करो और कभी सफाई मत दो। मैं बस यही कहना चाहूंगी कि अभी जांच की प्रक्रिया चल रही है। मुझे मुंबई पुलिस और भारत के कोर्ट पर भरोसा है। एक परिवार के तौर पर हम कानूनी सहायता ले रहे हैं लेकिन तब तक एक मां के तौर पर मैं आपसे आग्रह करती हूं कि हमारे बच्चों की खातिर हमारे परिवार की प्राइवेसी का सम्मान कीजिए।’

 

 

शिल्पा शेट्टी ने इसी के साथ यह भी कहा कि लोग बिना जानकारी के कमेंट करना बंद करें। उन्होंने अपने बयान में आगे कहा, ‘मैं कानून का पालन करने वाली भारतीय और 29 सालों से काम करने वाली महिला हूं। लोगों ने मुझ पर अपना भरोसा जताया है और मैंने कभी उस भरोसे को तोड़ा नहीं। इसलिए मैं आप सबसे निवेदन करती हूं कि मेरे परिवार और मेरे प्राइवेसी के हक का सम्मान करें और हमें अकेला छोड़ दें। हमें मीडिया ट्रायल की जरूरत नहीं। कानून को अपना काम करने दें।’

 

शिल्पा ने अपने बयान का समापन, ‘सत्यमेव जयते’ से किया है। शिल्पा कुछ मीडिया संस्थानों द्वारा उनके परिवार से जुड़ी रिपोर्टिंग को रोकने को लेकर कोर्ट भी पहुंची थीं। उन्होंने कोर्ट में एक अंतरिम याचिका दायर कर अनुरोध किया था कि किसी भी गलत, झूठी, दुर्भावनापूर्ण और मानहानिकारक सामग्री को प्रकाशित होने से रोका जाए। हालांकि कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार कर दिया था और कहा था कि ऐसा करने से प्रेस की स्वतंत्रता पर प्रतिकूल असर होगा।