एक्टर-मॉडल राहुल देव अपने बेहतर अभिनय के लिए जाने जाते हैं। लेकिन इन दिनों वो अपनी पर्सनल लाइफ और अपने स्ट्रगल को लेकर खबरों में बने हुए हैं। दरअसल एक्टर ने हाल ही में अपने जीवन के कुछ ऐसे पहलू से फैंस को रूबरू कराया, जिसके बारे में कोई नहीं जानता था। राहुल देव ने अपने जीवन के उस कठिन दौर को याद किया जब उन्हें अपने बेटे को मां और पिता दोनों बनकर पालना पड़ा। इसके लिए उन्होंने चार साल इंडस्ट्री से दूरी बनाकर रखी।

मजबूरी में करना पड़ा था बिगबॉस

कनेक्ट एफएम कनाडा से बात करते हुए राहुल ने बताया कि पत्नी की मौत के बाद चार साल वो अपने बेटे के साथ रहे। जब वो पढ़ाई के लिए इंग्लैंड चला गया तो उन्होंने अपना करियर दोबारा शुरू करने का सोचा। राहुल ने बताया कि उस वक्त काम की तंगी के कारण उन्हें बिगबॉस में आना पड़ा। राहुल ने कहा,”और फिर सोचिए, इतना काम करने के बाद भी बिगबॉस। मैं बिगबॉस-10 में कंटेस्टेंट था क्योंकि वहां मेरे पास करने को काम नहीं था। मैं इसके लिए किसी को दोष नहीं दूंगा, क्योंकि हमारी इस लाइन में मार्केट बहुत फास्ट है और साढ़े चाल साल बहुत लंबा समय होता है।”

राहुल ने कई लोगों के नाम लिए, जिन्होंने बुरे समय में उनका साथ दिया था। एक्टर ने कहा,”मुझे अब अपनेपन का एक बड़ा अहसास हो रहा है और इसके लिए बहुत से लोग जिम्मेदार हैं। उन्होंने फोटोग्राफर-निर्माता अतुल कसबेकर,फिल्म निर्माता निखिल आडवाणी,सुनील शेट्टी,रोहित धवन,अनीस बज्मी को भी धन्यवाद दिया।

सिंगल पेरेंटहुड के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “पेरेंटिंग बिल्कुल भी आसान नहीं है। बच्चों को पालने में महिलाओं का बड़ा हाथ होता है, जिस तरह से वे बच्चों को समझती हैं, वो आसान नहीं है। बच्चों के लिए उनके पास जिस तरह का धैर्य होता है, मैंने बहुत कोशिश की लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब मैं अपना आपा खो देता हूं। मुझे मां और पिता दोनों बनने की कोशिश करनी चाहिए थी। ”

आपको बता दें कि राहुल देव 100 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं। उन्हें हाल ही में डिज्नी + हॉटस्टार पीरियड ड्रामा ‘द एम्पायर’ में देखा गया था, जिसमें कुणाल कपूर, डिनो मोरिया और शबाना आजमी ने अभिनय किया था।