अक्षय कुमार के साथ करण सिंह त्यागी की फिल्म केसरी चैप्टर 2 में अहम भूमिका निभाने वाले एक्टर आर माधवन ने कहा कि वे “शायद मुसीबत में पड़ जाएंगे” क्योंकि उन्होंने भारतीय स्कूलों में पढ़ाए जा रहे इतिहास के सिलेबस पर सवाल उठाए हैं। एक्टर ने कहा कि जब वे छोटे थे, तब मुगलों पर ज्यादा पढ़ाई होती थी, जबकि चोल और पल्लव जैसे राजाओं पर कम पढ़ाया जाता था।
आर माधवन ने उस वक्त ये कमेंट किया है जब नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने कक्षा 7 की इतिहास की किताब से दिल्ली सल्तनत में शासन करने वाले मुगल साम्राज्य से जुड़े बड़े हिस्सों को हटा दिया है। इसमें ममलूक, तुगलक, खिलजी और लोदी जैसे मुगल वंश शामिल थे। इसे हटाने के साथ ही आधुनिक भारत के सामाजिक आंदोलनों और जाति व्यवस्था से जुड़े हिस्से भी किताब से हटाए गए हैं। किताबों में नए जोड़े गए हिस्सों में मेक इन इंडिया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, और चार धाम यात्रा, शक्ति पीठ, और ज्योतिर्लिंग जैसी यात्राओं के जरिए भूमि के पवित्र होने जैसी बातें शामिल की गई हैं।
आर माधवन ने कहा, “मुझे ये कहने के लिए शायद परेशानी उठानी पड़े, लेकिन मैं फिर भी कहूंगा। जब मैंने स्कूल में इतिहास पढ़ा था, तब मुगलों पर आठ चैप्टर थे, हड़प्पा और मोहनजोदड़ो सभ्यता पर दो चैप्टर, ब्रिटिश राज और स्वतंत्रता संग्राम पर चार चैप्टर, और दक्षिण के राजवंशों – चोल, पांड्य, पल्लव और चेर पर सिर्फ एक चैप्टर था।” उन्होंने हर काल की टाइमलाइन की तुलना भी की।
आर माधवन ने दावा किया, “ब्रिटिश और मुगलों ने करीब 800 साल तक हमें शासित किया, लेकिन चोल साम्राज्य 2400 साल पुराना है।” चोलों ने 7वीं सदी से 13वीं सदी तक शासन किया, जो लगभग 500 साल है। ब्रिटिशों ने भारत में लगभग 200 साल तक शासन किया और मुगल उपमहाद्वीप में लगभग 300 साल तक रहे। उन्होंने कहा, “वे समुद्री यात्रा और नौसेना शक्ति के अग्रणी थे। उनके मसाला मार्ग रोम तक फैले थे। हमारे इतिहास का वह हिस्सा कहाँ है? हमारे शक्तिशाली नौसेना के बल पर अंगकोरवाट तक मंदिर बनाने का जिक्र कहाँ है? जैन धर्म, बौद्ध धर्म और हिन्दू धर्म चीन तक फैले। कोरिया के लोग आधी तमिल बोलते हैं क्योंकि हमारी भाषा वहाँ तक पहुँची थी। और हमने ये सब बस एक चैप्टर में समेट दिया।”
माधवन ने स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले इतिहास के सिलेबस की आलोचना की और दावा किया कि भले ही तमिल दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है, लेकिन कोई इसके बारे में नहीं जानता। उन्होंने कहा, “ये किसकी कहानी है? सिलेबस किसने तय किया? तमिल दुनिया की सबसे पुरानी भाषा है, लेकिन कोई इसे नहीं जानता। हमारे संस्कृति में छिपे वैज्ञानिक ज्ञान का आज मजाक उड़ाया जा रहा है।”
हालांकि चमकीला एक्ट्रेस साहिबा बाली इससे इत्तेफाक नहीं रखती हैं, उनका कहना है कि एनसीआरटी को मुगलों का इतिहास पाठ्यक्रम से नहीं हटाना चाहिए। यहां क्लिक करके पढ़ें।