पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ट्विटर पर मीडिया को लेकर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपना एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में वह मीडिया और केंद्र सरकार के खिलाफ बोलते नजर आ रहे हैं। वीडियो को शेयर करते हुए बाजपेयी ने कैप्शन में लिखा-लोकतंत्र का चौथा स्तंभ… या देश का सबसे बड़ा धंधा.. कैसे मीडिया पर क़ब्ज़ा कर लिया सत्ता ने।

प्रसून बाजपेयी की इस बात पर कई लोग रिएक्ट करने लगे। किसी ने उनका साथ दिया और उनकी बात पर हामी भरी, तो कोई उन्हें बुरी तरह से ट्रोल करता नजर आया। केशव खतरी नाम के यूजर ने कहा- खान मार्केट और लुटियन ही चिल्ला रहे हैं, विदेशों में सरकारी सुविधा उठाने वाले, कॉरपोरेट जगत और सरकार के बीच बिचोलियों की भूमिका से मलाई काटने वाले, सेना उपकरण डील में भूमिका निभाने वाले बेरोजगार हो गए हैं, 75 % जनता सरकार के साथ खड़ी है, इनके पेट में मरोड़ हो रही है।

अनिल संगीता नाम की यूजर ने कहा- आजादी की लड़ाई के समय हमारा मीडिया छोटे-छोटे देशभक्त लोगों के हाथ में था जो खादी पहनते थे।अपने हाथ से अखबार छापते थे। आज मीडिया में इंपोर्टेड सूट पहनकर भाषण देने वाले आ गए हैं। मोटी तनखा लेते हैं। कौन देता है कैसे चलता है सोचने की चीज है?

शव नाम के अकाउंट से कमेंट आया-तहरा नौकरी से निकाल देहलेवा अब इहे से तु पता न का का हमेशा बोलते रहल हो। पहले इहे मीडिया में तु रोज आबते रहल 9 बजे। तब इ हमाम पवित्र रहल अब इ अपवित्र हो गईल।

मयूज नाम के यूजर ने लिखा- जनाब हम भी इसी देश के नागरिक हैं ओर खूब देखे हैं आपको ओर आपके जैसे पत्रकारिता के नाम पर बोटी समेटने वालों को। शायद आप भूल गए पर जनता नहीं भूली कि कैसे 2014 के पहले 10 जनपथ के बाहर लामबंद होते थे। बोटियां समेटने के लिए जिसके लिए कितने ही झूठ परोसे आपने और अब इल्ज़ाम लोगों पर वाह।

अमित कुमार नाम के शख्स ने कहा- हमेशा नेगिटिविटी फेंकते हो। तुम्हें कोई नहीं सुधार सकता। कुछ लोगों को पॉजिटिविटी कहीं नजर ही नहीं आती है। मुंहफट नाम के अकाउंट से कमेंट आया- अंगूर खट्टे हो गये अब। कभी खुद को ही मीडिया समझने वाले पर्दे के पीछे सेटिंग करने वाले दलाल को जब आज कहीं मीडिया में नौकरी नहीं मिल रही है तो मीडिया भी खराब। खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे। दीप्स नाम के यूजर ने कहा- ये तो हमने Kejriwal के इंटरव्यू के समय ही देख लिया था महोदय एकदम क्रांतिकारी था।