मोदी सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में विरोध देखने को मिल रहा है। इस योजना को लेकर बीजेपी नेताओं के बयानों की भी खूब आलोचना हो रही है। इसी बीच फिल्म एक्टर प्रकाश राज ने प्रतिक्रिया देते हुए सरकार को घेरा है। प्रकाश राज ने केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी और बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के बयानों पर सरकार से सवाल किया है।

प्रकाश राज ने मंत्री किशन रेड्डी के अग्निवीर अच्छे धोबी, नाई, ड्राइवर, इलेक्ट्रीशियन बन सकते हैं वाले बयान और कैलाश विजयवर्गीय के अग्निवीरों को बीजेपी पार्टी के सुरक्षाकर्मी वाले बयान को शेयर किया है। इसके साथ उन्होंने सवाल करते हुए लिखा,” आदरणीय सुप्रीम, अग्निवीरों के भविष्य पर ये आपके ही लोग कह रहे हैं। आप युवाओं की प्रतिक्रिया की कैसे उम्मीद करते हैं। जस्ट आस्किंग।”

प्रकाश राज के ट्वीट पर तमाम लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं। निसाल अहमद नाम के यूजर ने लिखा,”चार साल की अग्निपथ योजना में पहले साल फिजिकल ट्रेनिंग अनिवार्य है, फिर बते तीन साल, जिनमें कुल 6 महीने का वार्षिक अवकाश। केवल 2.5 साल की छोटी अवधि में वो कैसे सीख कर कोई मौका हासिल कर सकता है। वास्तव में क्या वो कुछ कर पाएंगे?”

अन्य यूजर ने लिखा,”भाजपा कार्यालयों में सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करना सरकारी नौकरी नहीं है। या भाजपा सरकार के पैसे का उपयोग कर आने वाले भविष्य के सुरक्षा गार्डों ट्रेन करने की कोशिश कर रही है। इसलिए हमें शिक्षित राजनेताओं की जरूरत है और हमें राजनेताओं के लिए कुछ परीक्षाओं की जरूरत है।

रवि बाबू नाम के यूजर ने लिखा,”आपने तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत कुछ वादा किया था, लेकिन हारने के बाद आप गायब हो गए। जिन लोगों ने आपको वोट दिया है, उन्हें आप क्या जवाब देंगे?”

क्या है मामला? बता दें कि सरकार की अग्निपथ योजना से युवा खासा नाराज है। इसके विरोध में कई राज्यों में उग्र प्रदर्शन भी देखने को मिल रहे हैं। इसी बीच अग्निपथ योजना के फायदे गिनाते हुए बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कह दिया कि भविष्य में अगर पार्टी कार्यालय की सुरक्षा के लिए लोगों की जरूरत हुई तो ‘अग्निवीर सैनिक’ के रूप में काम कर चुके युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

रेड्डी ने की थी सैनिकों को ड्राइवर, नाई बनाने की बात: कैलाश विजयवर्गीय के बयान के बाद केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी का बयान भी वायरल हुआ था। जिसमें वो कथित तौर पर सेना के रिटायर अग्निवीरों को ट्रेनिंग देकर नाई, धोबी, ड्राइवर, इलेक्ट्रीशियन आदि बनाने की बात कह रहे थे।