बॉलीवुड एक्टर आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई। कई लोग फ्लॉप का दोष बायकॉट ट्रेंड को दे रहे हैं। दरअसल, आमिर खान की फिल्म बायकॉट ट्रेंड के बीच 11 अगस्त को रिलीज की गई थी, लेकिन कुछ खास नहीं कर पाई। फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर निराश करने वाले प्रदर्शन पर तमाम सेलिब्रिटी अपनी राय दे रहे हैं।

इसी क्रम में फिल्म निर्माता और निर्देशक प्रकाश झा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अगर निर्देशकों और फिल्म बनाने वाले लोगों के पास कहानियां नहीं हैं तो उन्हें फिल्में बनानी बंद कर देनी चाहिए।

प्रकाश झा ने बताई फ्लॉप की वजह

प्रकाश झा ने एक इंटरव्यू में कहा कि यह दौर इंडस्ट्री के लिए एक वेक-अप कॉल की तरह है। सभी को यह गंभीरता से समझना चाहिए कि वे अभी बकवास फिल्में बना रहे हैं। एक फिल्म सिर्फ पैसा, कॉरर्पोरेट या फिर एक्टरों को मोटी फीस देकर नहीं बनाई जा सकती। जरूरी है कि एक अच्छी कहानी लिखी जाए। ऐसी कहानी जो आपको समझा में आए और साथ ही ऑडियंस को एंटरटेन करे।

क्यों फ्लॉप हुई लाल सिंह चड्ढा

प्रकाश झा ने आगे बताया कि ऐसा कहा जा रहा है कि आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा को सोशल मीडिया पर बायकॉट किया गया। अगर ‘दंगल’ या ‘लगान’ फ्लॉप होतीं और उन्हें पसंद नहीं किया जाता, तब तो समझ आता कि बायकॉट की वजह से ऐसा हुआ। लेकिन आपने एक ऐसी फिल्म बनाई है, जिसने भी इसे देखा वो तारीफ ही नहीं कर रहा। मुझे अभी तक ऐसा कोई नहीं मिला जिसने कहा हो कि वाह कितनी शानदार फिल्म बनाई। मैं मानता हूं कि आपने बहुत मेहनत की है लेकिन कंटेंट में ऐसी कोई चीज नहीं दिखी। इसलिए आप यह नहीं कह सकते कि बायकॉट की वजह से फिल्म नहीं चली।

अगर कहानी नहीं है तो फिल्में बनानी बंद कर

‘आश्रम’ के निर्देशक ने आगे कहा कि बॉलीवुड के लोग बात हिंदी भाषा में करते हैं लेकिन वह बना क्या रहे हैं? उन्हें ऐसी फिल्में बनानी चाहिए जो लोगों से जुड़ी हों। जिनसे लोग कनेक्ट कर पाएं। वो लोग सिर्फ रीमेक पर ही काम कर रहे हैं। अगर आप के पास बताने के लिए कोई कहानी नहीं है तो फिर आपको फिल्में बनानी बंद कर देनी चाहिए। अब फिल्ममेकर को कुछ ओरिजनल करने की जरूरत है। लोग अब आलसी हो गए हैं। बता दें कि प्रकाश इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘मट्टो की साइकिल’ के प्रमोशन में बिजी हैं। यह फिल्म 16 सितंबर को रिलीज होगी।