कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते दिन वैक्सीन को लेकर ट्वीट किया था, जिसे लेकर वह भाजपा के निशाने पर आ गए थे। दरअसल, ट्वीट में राहुल गांधी ने लिखा था, “जुलाई आ गया है, वैक्सीन नहीं आई।” उनके इस ट्वीट को लेकर भाजपा नेता रवि किशन से लेकर केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन ने भी ट्वीट किया था। मामले को लेकर सियासत इस कदर तेज हो गई कि इसकी चर्चा अमिश देवगन के शो ‘आर पार’ में भी की गई थी। लेकिन चर्चा के बीच ही राजनीतिक विश्लेषक और प्रोफेसर संगीत कुमार रागी, अल्का लांबा पर भड़क गए। उन्होंने कांग्रेस नेता पर गुस्सा करते हुए अमिश देवगन पर भी नाराजगी जाहिर की।
दरअसल वैक्सीन पर चर्चा करते हुए अल्का लांबा ने कहा, “राहुल गांधी की लड़ाई कोई व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि 80 करोड़ गरीबों के लिए है जिनके धन्यवाद के पोस्टर से पूरा देश पटा हुआ है ‘धन्यवाद मोदी जी।’ वहीं इनके पेट्रोलियम मंत्री कहते हैं कि तेल के दाम इसलिए बढ़ रहे हैं, क्योंकि वैक्सीन फ्री में लग रही है।”
अल्का लांबा ने मामले को लेकर आगे कहा, “इनके लिए राहुल गांधी के पीछे पड़ना तो आसान है, लेकिन यह बताना मुश्किल है कि कोर्ट में दिये हलफनामे के मुताबिक 80 लाख वैक्सीन लगनी है जो नहीं लग पा रही है। पुलवामा के दो साल बाद उसके शहीद की पत्नी सहायता राशि के लिए धरने पर बैठ गई। अरे कटोरा लेकर निकल जाइये ना, देश को लूट खा रहे हैं।”
अलका लांबा की किस बात पर प्रो. रागी ने कही बहस बीच में छोड़कर जाने की बात? #आर_पार #Covid19 #VaccineForAll #RahulGandhi @AMISHDEVGAN @RagiSangit @LambaAlka pic.twitter.com/qvjTqkupH5
— News18 India (@News18India) July 2, 2021
अल्का लांबा की इन बातों को लेकर अमिश देवगन ने प्रोफेसर रागी से सवाल किया। इसपर उन्होंने कहा कि हमें यह सुनकर अच्छा लगा कि इन्होंने उन्हें शहीद बोला। प्रोफेसर रागी की इस बात को लेकर अल्का लांबा ने बीच में बोलना शुरू कर दिया। इस बात से परेशान संगीत कुमार रागी ने डिबेट छोड़कर जाने की बात कही।
राजनीतिक विश्लेषक संगीत कुमार रागी ने आगे कहा, “पूरी असभ्यता का परिचय दे रही हैं। इनकी बदतमीजी की कोई हद है। क्या बेहदूगी है ये, क्या समझ क्या रखा है आपने खुद को? तमाशे करते हैं, राहुल, राहुल, राहुल, जस्ट शट अप।” अमिश देवगन पर गुस्सा जाहिर करते हुए संगीत कुमार ने कहा, “आपको उनकी आवाज बंद करनी चाहिए थी, ये कोई तरीका नहीं है।”
संगीत कुमार रागी यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा, “मैं इतनी देर से उन्हें सुन रहा हूं। कांग्रेस के प्रवक्ता बनकर चले आते हैं, टेलीविजन पर बात करने की तमीज नहीं है। मैं सिर्फ यही कहना चाह रहा था कि ये वही राहुल गांधी थे जो पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि देने गए तो कैमरे के सामने दांत निपोर रहे थे। ये वही राहुल गांधी है, जिसकी पार्टी पाकिस्तान से सहायता लेती है। अब वो नैतिकता की बात कर रही है।”
