प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब दिया। अपने जवाब में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज विभाजनकारी मानसिकता कांग्रेस के DNA में घुस गई है। कांग्रेस की नीति फूट डालो और राज करो की है। पीएम मोदी ने कहा कि अंग्रेज चले गए लेकिन बांटो और राज करो की नीति को कांग्रेस ने अपना चरित्र बना लिया है।

कोरोना काल का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बड़ा प्रहार किया है। पीएम मोदी ने कहा कि “जब देश कोरोना महामारी की पहली लहर से जूझ रहा था, उस वक्त कांग्रेस ने सभी हदें पार कर दीं। देश लॉकडाउन के दौर से गुजर रहा था तब कांग्रेस ने मुंबई के स्टेशन पर श्रमिकों को मुफ्त टिकट देकर शहर छोड़ने के लिए उकसा कर महापाप किया। श्रमिकों से कहा कि जाओ, महाराष्ट्र से बोझ कम हो और यूपी-बिहार में जाओ। वहां जाकर कोरोना फैलाओ। पीएम मोदी के भाषण पर अब सोशल मीडिया पर तमाम तरह के रिएक्शन आ रहे हैं।

पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि जो कोविड की दूसरी सबसे घातक लहर में भी चुनाव प्रचार कर रहा था, वो आज संसद में मास्क और सामाजिक दूरी पर ज्ञान दे रहा है। अब बस करो मोदी जी, अब जनता पक चुकी है। फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने ट्विटर पर लिखा कि राहुल गांधी और कांग्रेस अप्रासंगिक है, शायद इसीलिए 90 मिनट तक नरेंद्र मोदी सिर्फ़ राहुल के भाषण का ही जवाब देते रहे और कांग्रेस पर हमला करते रहे।

सुनील तिवारी नाम के यूजर ने लिखा कि मोदी जी मान गए कि करोना काल में मजदूरों की मदद श्रमिकों की मदद कांग्रेस सरकार ने ही की और बीजेपी ने कुछ नहीं किया। नीलेश कुमार मिश्रा ने लिखा कि चलो इसी बहाने आपने स्वीकार तो किया कि कांग्रेस ने कोरोनाकाल मे लोगों को मुफ्त टिकट देकर हेल्प की। अब सही किया या गलत वो तो वही बता सकते हैं जो भूखे प्यासे अपने घरों से दूर मर रहे थे या वो जो मुंबई व अन्य राज्यों से पैदल यात्रा करते करते मर गए और जिसकी आपने कोई हेल्प नहीं की।

पत्रकार सुशांत सिन्हा ने भी ट्वीट किया कि भिगो भिगो के दिया जा रहा है आज तो। हालांकि सुशांत सिन्हा ने इस ट्वीट के साथ किसी और फोटो वीडियो या नाम का जिक्र नहीं किया लेकिन संभवतः उनका इशारा पीएम मोदी के भाषण की तरफ ही था। पीके राजगढ़ी नाम के यूजर ने लिखा कि इनकी सोच पर मुझे तो तरस आने लगा है कि ये नेतागण आम आदमी को कितना बेवकूफ बनाते हैं। डा. प्रियंका सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि इनके लिए कोरोना नियमों की कोई गाइडलाइन नहीं, सारे नियम कानून जनता के लिए ही बने हैं।