बॉलीवुड एक्टर आशीष विद्यार्थी हाल ही में अपनी दूसरी शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सुर्खियों में बने हुए हैं। 60 साल की उम्र में अभिनेता ने रूपाली बरुआ से दूसरी शादी रचाई है, जो सोशल मीडिया से लेकर हर तरफ चर्चा का विषय बनी हुई है।
जहां एक तरफ सब यह कह रहे हैं कि प्यार की कोई उम्र नहीं होती, वहीं बहुत से ऐसे भी हैं जो अभिनेता को ट्रोल कर रहे हैं। कोई उन्हें ‘बुड्ढा’ कह रहा है तो कोई उन्हें 57 साल की उम्र में शादी करने पर खरी-खोटी सुना रहा है। अब एक्टर ने ट्रोल्स को करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि जब कोई बूढ़ा होता है तो उनकी देखभाल कौन करता है? ऑनलाइन ट्रोल करने वाले इन लोगों में से कोई भी मेरी देखभाल नहीं करेगा।
आशीष विद्यार्थी ने ट्रोल्स को दिया जवाब
अभिनेता आशीष विद्यार्थी ने हाल ही में ‘इंडिया टुडे’ से बात करते हुए एक्टर ने कहा कि, “मैंने शादी के बाद अपने बारे में ‘बूढ़ा, और ख़ूसट’ जैसे कई अपमानजनक शब्द पढ़े। उम्र को लेकर लोगों ने जिस तरह की बातें लिखीं। मुझे समझ नहीं आया कि आखिर इतने खराब शब्दों का प्रयोग क्यों किया गया। हर कोई उम्र में बूढ़ा होगा। मैंने दूसरी शादी की तो, मैंने क्या गलत कर दिया। मैं एक भारतीय नागरिक हूं। जिम्मेदार इंसान हूं। बिल्स भरता हूं। टैक्स भरता हूं। तो मुझे क्यों अपनी पसंद की जिंदगी जीने का अधिकार नहीं। मैं अपनी लाइफ से प्यार करता हूं। मुझे जो करना था मैंने किया। मेरी पत्नी ट्रोलिंग से काफी परेशान हुई है। जिसकी भी उम्र बढ़ रही है तो क्या उन लोगों को अकेले दुखी होकर मर जाना चाहिए? अगर किसी को साथ चाहिए तो क्यों न करें शादी?”
उम्मीद नहीं थी
एक्टर ने आगे कहा कि यह एक ऐसी चीज है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को एक दूसरे का सपोर्ट करना चाहिए न कि किसी दूसरे को छेड़ना चाहिए। यह ऐसी चीज है जिसकी मुझे उम्मीद नहीं थी और मैं यह सब देखकर हैरान रह गया। जब कोई बूढ़ा हो जाता है, तो उसकी देखभाल कौन करेगा? जो लोग ट्रोल कर रहे हैं? इनमें से कोई भी आकर मेरी देखभाल नहीं करेगा, है ना?”
एक्टर ने आगे कहा कि ”जब हम उम्र के आधार पर किसी की निंदा कर रहे होते हैं तो आप खुद को सीमित कर रहे होते हैं। बात सिर्फ रिश्तों की नहीं है, इतने सारे लोग बहुत कुछ करना चाहते हैं लेकिन खुद को रोक लेते हैं क्योंकि लोग क्या कहेंगे? हमारे पास अधिकार है वास्तव में कुछ ऐसा करने का जो हम अपने जीवन के साथ चाहते हैं। और मेरा मानना है कि हर इंसान के पास अपनी जिंदगी में खुशी चुनने का अधिकार है।”
