बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री परवीन बॉबी ने बॉलीवुड में चले आ रहे एक ट्रेंड को तोड़कर ग्लैमर की जगह फ़िल्मों में बनाई थी। वो अपनी फ़िल्मों में जितनी बेबाक दिखीं, जिंदगी भी उन्होंने उसी बेबाकी से गुजारी। अपने शर्तों पर जीने वालीं परवीन बॉबी का रिश्ता फ़िल्म जगत के कई लोगों से रहा लेकिन आखिरी वक्त में वो बिलकुल अकेली हो गईं थीं। उनकी जिंदगी के आखिरी कुछ साल गुमनामी में बीते। मानसिक बीमारी के कारण उनकी हालत ऐसी हो गई थी कि उन्होंने अपने सभी रिश्तेदारों से नाता तोड़ लिया था।
Paranoid Schizophrenia के कारण परवीन हर आदमी पर शक करने लगीं थीं। उनका शक इतना बढ़ गया था कि उन्हें हर वक्त ये लगता था, कोई उन्हें मार देगा। परवीन इतनी डरी हुईं रहती थीं कि वो खाने से पहले भी कई बार सोचती थीं। जब पत्रकार उनका इंटरव्यू लेने उनके घर आते तो वो उनसे अपना खाना टेस्ट करवाती थीं फिर खुद खाती थीं। उन्हें डर था कि कोई उनके खाने में जहर मिला देगा।
जब मशहूर निर्देशक महेश भट्ट परवीन बॉबी के साथ रिलेशनशिप में थे तब परवीन उन्हें अपनी दवाइयां खिलातीं थीं। महेश भट्ट पर भी परवीन बॉबी को शक होता था कि वो दवाइयों के जरिए उन्हें मार देंगे। इसलिए जब महेश भट्ट उन्हें दवाई देते तो वो कहतीं कि पहले तुम खाओ। मजबूरन महेश भट्ट को दवाई अपने ड्रिंक या पानी के साथ लेनी पड़ती थी।
परवीन बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन पर सबसे ज्यादा शक करती थीं। इसी शक के कारण डैनी डेन्जोंगपा से उन्होंने अपना रिश्ता खत्म कर लिया था। उन्हें लगता था कि अमिताभ उनकी जान के दुश्मन हैं। ऐसे में एक इंटरव्यू के दौरान अमिताभ ने यह कह दिया कि वो और डैनी अच्छे दोस्त हैं जिसके बाद परवीन ने डैनी से अपना रिश्ता ही खत्म कर लिया। उन्हें लगता था कि अमिताभ डैनी के साथ मिलकर उनके खिलाफ साज़िश कर रहे हैं।
परवीन बॉबी के घर कोई नौकर भी नहीं टिक पाता था। उनके व्यवहार से परेशान नौकर या तो खुद घर छोड़ देते थे या वो खुद ही शक के आधार पर घर से उन्हें बाहर निकाल देतीं। आखिरी वक्त में भी वो अकेली थीं, काम करने वाली नौकरानी को उन्होंने घर से भगा दिया था।
जब साल 2005 में परवीन बॉबी की मौत हुई तो कई दिनों तक किसी को पता नहीं चल पाया कि उनकी मौत हो चुकी है। बाहरी दुनिया से वो बिलकुल ही कट गईं थीं। जब पड़ोसियों ने देखा कि उनके दरवाजे पर कई दिनों से दूध और अखबार पड़ा हुआ है तब उन्हे शक हुआ और पुलिस को फोन किया गया था।