Parivartani Ekadashi 2025: आज, 3 सितंबर 2025 को परिवर्तिनी एकादशी का पवित्र पर्व मनाया जा रहा है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु योगनिद्रा से करवट लेते हैं, जिसे ‘परिवर्तन’ कहा जाता है, और इसलिए इसे ‘परिवर्तिनी एकादशी’ कहा जाता है।
व्रत का महत्व और पूजा विधि
परिवर्तिनी एकादशी का व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा, व्रत और भक्ति करने से जीवन में सुख, समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। पद्म पुराण में इस व्रत की महिमा का वर्णन विस्तार से किया गया है। इसमें बताया गया है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा से सभी पाप नष्ट होते हैं।
इस दिन भगवान विष्णु के वामन रूप की पूजा की जाती है, क्योंकि उन्होंने वामन रूप में राजा बलि का घमंड मिटाने के लिए उनसे 3 पग जमीन मांगी थी। हालांकि पहले ही कदम में उन्होंने धरती, दूसरे में आकाश नाप लिया तो तीसरे कदम के लिए बलि ने अपना सिर आगे कर दिया था। जिसके बाद भगवान ने उन्हें पाताल पहुंचा दिया।
‘तू कर ले व्रत ग्यारस का’ – भक्ति गीत की लोकप्रियता
इस अवसर पर एक भक्ति गीत ‘तू कर ले व्रत ग्यारस का’ यूट्यूब पर विशेष रूप से लोकप्रिय हो रहा है। यह गीत कृष्ण भक्ति से ओत-प्रोत है और भक्तों को व्रत के महत्व को समझाता है। गीत को उपासना मेहता और माया गोस्वामी ने अपनी मधुर आवाज दी है, जबकि संगीत बिन्नी नारंग ने दिया है। यह गीत विशेष रूप से परिवर्तिनी एकादशी के दिन व्रति और भक्तों के बीच भक्ति भाव को प्रोत्साहित करता है।