Pankaj Tripathi: पंकज त्रिपाठी इन दिनों अपनी फिल्म ‘गुंजन सक्सेना: द कारगिल गर्ल’ को लेकर सुर्खियों में हैं। उनके अभिनय की खूब तारीफ हो रही है। मूल रूप से बिहार के रहने वाले पंकज त्रिपाठी ने इंडस्ट्री में तमाम संघर्ष किया और अपनी मेहनत के बूते मुकाम हासिल किया। एक वक्त ऐसा था जब उन्होंने एक्टिंग के लिए अपना सबकुछ छोड़ दिया था, तमाम चीजें दांव पर लगा दी थी और एनएसडी में एडमिशन के मिशन में जुट गए थे।
एक इंटरव्यू में पंकज त्रिपाठी ने बताया था कि पहले वह डॉक्टर बनना चाहते थे। उन्होंने बताया था ‘डॉक्टर बनना चाहते थे इसलिये पटना का रुख किया था, लेकिन डाक्टर का टर तो नहीं लेकिन एक्टर का टर लग गया। मैंने 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। पटना में IHM से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी। फिर पटना के एक होटल में मैं नौकरी करने लगा। मैं वहां असिस्टेंट शेफ था। साथ में थिएटर भी करता था। ऐसे में मेरा मन किचन में नहीं लगता था। दिन में मैं शैफ होता था और शाम में थिएटर करता।’
पंकज ने आगे बताया- ‘ ऐसे में कई बार मुझे डांट पड़ा करती थी। तो मैंने नाइट ड्यूटी लगवा ली थी। 11 से सुबह 7 बजे तक मैं किचन साफ करवाता था। उस होटल में एक योगेश नाम का लड़का था। उसे 20 साल हो गए हैं, फिर भी वह परमानेंट नहीं हुआ है। मैं अब भी वहां जाता हूं और उससे मिलता हूं। वह मेरे कमरे में आता है या मैं किचन में जाता हूं।’
पंकज ने आगे बताया- ‘तो प्लस 2 के बाद होटल में मन नहीं लग रहा था और एक्टिंग ही करनी थी। कई बार होटल से गायब रहता था तो वहां के एचआर मैनेजर बहुत डांटते थे कि तुम समय पर नहीं आ रहे हो, मिसिंग हो। तो मैंने सोचा कि क्यों न इसे छोड़ दें। तब मुझे पता चला कि ड्रामा स्कूल में जो बेसिक रिक्वायरमेंट है एडमिशन की वह ग्रेजुएशन है और मैं 12वीं पास था। फिर मैंने ग्रेजुएशन में एडमिशन लिया और 3 साल लग गए। फिर मैं 3 बार एनएसडी से रिजेक्ट हुआ। हालांकि मैं तीसरे अटेंप्ट में सेलेक्ट हुआ।’

