फिल्म निर्माता और सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) के पूर्व अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने हाल ही में बॉलीवुड के बदलते माहौल और खासतौर पर एक्टर्स की बढ़ती डिमांड्स को लेकर बड़ा बयान दिया है। पहलाज ने बताया कि आज के जमाने में एक्टर्स सिर्फ एक्टिंग तक सीमित नहीं हैं, बल्कि डायरेक्टर और कास्टिंग तक में दखल देने लगे हैं।

अक्षय कुमार ने करीना कपूर को जबरदस्ती कास्ट करवाया- पहलाज निहलानी

YouTube चैनल Learn From The Legend पर बात करते हुए पहलाज ने कहा- “पहले डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ही कास्टिंग करते थे, हीरो कभी दखल नहीं देता था। पर पहली बार अक्षय कुमार ने ‘तलाश’ (2003) की कास्टिंग में दखल दी।”
उन्होंने आगे कहा, “अक्षय ने मुझसे कहा – ‘फिल्म कल से शुरू कर सकते हैं, पैसे जो देने हैं दे दो, लेकिन हीरोइन करीना कपूर ही होगी।’”

ऋषभ पंत का दावा– महीने के ₹27 करोड़ कमाते हैं कपिल शर्मा, कॉमेडियन बोले: जो मुझसे अच्छी कॉमेडी करे, उसका मैं काट देता हूं

ये फिल्म उस वक्त की सबसे महंगी फिल्मों में से थी, जिसकी लागत 22 करोड़ रुपये थी। पहलाज कहते हैं– “उस वक्त पहली बार किसी एक्टर ने कास्टिंग में जबरदस्ती की थी।”

बूढ़े एक्टर खुद को जवान दिखाने के लिए जवान हीरोइन मांगते हैं- पहलाज निहलानी

पहलाज ने आगे इस बारे में भी बात की कि बढ़ती उम्र के एक्टर्स अकसर खुद से कम उम्र की अभिनेत्रियों के साथ काम करना चाहते हैं ताकि वो जवान नजर आएं।

पहलाज ने कहा- “अक्षय करीना को इसलिए चाहते थे क्योंकि वो नई और यंग थी। ये मैंने पहली बार सुना था, लेकिन अब तो हर एक्टर सब कुछ तय करता है, डायरेक्टर से लेकर कास्ट तक। प्रोड्यूसर अब सिर्फ कुरियर सर्विस जैसा हो गया है।”

‘पाकिस्तानी क्रिकेटर ने मेरी शादी खराब कर दी’, पहली पत्नी रीना को याद कर इमोशनल हुए आमिर खान

अब एक एक्टर के साथ 10 लोग आते हैं, 6 वैनिटी वैन चाहिए होती हैं- पहलाज निहलानी

पहलाज ने आज के एक्टर्स के खर्चों और वैनिटी डिमांड्स पर भी नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा– “जहाँ पहले एक एक्टर के साथ सिर्फ एक मेकअप मैन होता था, अब 10 लोग साथ आते हैं। पहले एक वैनिटी वैन होती थी, अब 6 चाहिए– एक जिम के लिए, एक किचन के लिए, एक मीटिंग के लिए… शर्म आनी चाहिए ऐसे एक्टर्स को।”

पहलाज ने आगे कहा– “अब हर एक्टर के साथ हेयर ड्रेसर होता है, मिरर पकड़ने के लिए अलग आदमी होता है। 1.5 लाख के बिल ऐसे ही आ जाते हैं। पहले घर का खाना लाते थे, अब डाइट फूड चाहिए। सुबह डाइट फूड, रात में ड्रग्स चाहिए।”

शेफाली जरीवाला की प्रार्थना सभा में फूट-फूटकर रोए पापा, संभालते दिखे पराग त्यागी

पहलाज निहलानी ने साफ कहा कि आजकल के एक्टर्स फिल्म के असली कंट्रोलर बन गए हैं, चाहे वो कास्टिंग हो या खर्च। सादगी की जगह दिखावा और बर्बादी ने ले ली है, और फिल्म का फोकस अब काम से हटकर सुविधाओं और ड्रग्स जैसी चीजों पर चला गया है। पहलाज निहलानी ने इसी इंटरव्यू में गोविंदा को वहमी और इनसिक्योर कहा था, यहां क्लिक करके आप पूरी खबर पढ़ सकते हैं।