दीपिका पादुकोण की फिल्म पद्मावती को लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा है। रोजाना इसके बारे में खबरें सामने आ रही हैं। कई संगठनों, राजपरिवारों और राजनीतिक दलों ने इसके कंटेंट पर सवाल उठाए हैं। फिल्म पर तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगा है। इसके अलावा राजपरिवारों को जिस तरह से दिखाया गया है उसपर भी लोगों को आपत्ति है। इसी वजह से निर्माताओं ने फिल्म को 1 दिसंबर को रिलीज ना करने का फैसला किया है।

आजतक की रिपोर्ट के अनुसार- पद्मावती को लेकर राजपूत एक मुहिम चला रहे हैं। जिसमें उनकी कोशिश है कि राजपूत सेलिब्रिटीज उनके साथ मिलकर फिल्म का विरोध करें। बाहुबली स्टार प्रभास भी राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। इसी वजह से उनसे भी संपर्क किया गया। वो एक्टर से फिल्म पर प्रतिक्रिया चाहते थे। रिपोर्ट्स के अनुसार- ऑल इंडिया क्षत्रीय महासभा ने प्रभास से संपर्क करने की काफी कोशिश की। संगठन की चाहत थी कि दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार पद्मावती का विरोध करें।

हालांकि एक्टर ने इस विवाद से दूर रहने का फैसला किया है। इसके पीछे उनके चाचा कृष्णम राजू का हाथ है। उन्होंने एक्टर को सलाह दी है कि वो इस मामले पर कुछ ना बोलें। भंसाली की फिल्म पर प्रतिक्रिया देने से प्रभास के खिलाफ माहौल बन सकता है जिसका असर उनकी छवि पर पड़ेगा। इससे उनकी अपकमिंग फिल्म साहो के बिजनेस पर प्रभाव पड़ेगा। फिल्म के विरोध में बहुत से राजपूत संगठन एक हो चुके हैं।

इस मामले पर बीते जमाने के एक्टर और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्विट किया है। उन्होंने कहा- चूंकि पद्मावती एक ज्वलंत मुद्दा बन गया है, लोग पूछ रहे हैं कि महान अभिनेता अमिताभ बच्चन, सबसे बहुमुखी अभिनेता आमिर खान और सबसे लोकप्रिय अभिनेता शाहरुख खान की इस पर कोई टिप्पणी क्यों नहीं आई है। और हमारे सूचना प्रसारण मंत्री और हमारे सबसे लोकप्रिय माननीय प्रधानमंत्री (पीईडब्ल्यू के अनुसार-अमेरिकन थिंक टैंक पीईडब्ल्यू पोल) इस पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं।