ओटीटी (OTT) आज के समय में ऐसा प्लेटफॉर्म पर है जहां पर कोई भी फिल्म आसानी से देखा जा सकता है। ओटीटी पर एक से बढ़कर एक फिल्में और वेब सीरीज से खुद को एंटरटेन किया जा सकता है। लेकिन, इसका अभी तक का सबसे बड़ा मुद्दा अश्लीलता रही है। इसके लिए ना तो कोई सेंसर बोर्ड है ना ही कुछ। अश्लील फिल्मों और वेब सीरीज को धड़ल्ले से परोसा जा रहा है। इसी बीच अब सरकार की ओर से इस पर लगाम लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने शुक्रवार को रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा कि ओटीटी की आड़ में अश्लीलता फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार की निगाहें हर तरफ हैं। कला की अभिव्यक्ति के अधिकार की आड़ में कुछ भी परोसा जा सकता है। दरअसल, केंद्रिय मंत्री हाल ही में अनंत विजय द्वारा लिखित पुस्तक ‘ओवर द टॉप – ओटीटी का मायाजाल’ के विमोचन के लिए एक समारोह में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने बोला कि सरकार निर्माताओं की रचनात्मकता के बीच रोड़ा नहीं बनेगी। लेकिन, अगर क्रिएटिविटी के नाम पर कुछ भी परोसा जाएगा तो जीरो-टॉलरेंस पर जरूर कायम रहेगी।
अनुराग ठाकुर ने ओटीटी को लेकर आगे कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्मों की आलोचना करने की बजाय उन्हें सही रास्ते पर ले जाने की कोशिश की जानी चाहिए। केंद्रिय मंत्री ने ये भी कहा कि भारतीय कहानियों, संस्कृति और परंपराओं को विश्व स्तर पर ले जाना चाहिए। इसका इस्तेमाल सही मायने में किया जाना चाहिए।
सूचना और प्रसारण मंत्री आगे कहते हैं कि वो ओटीटी प्लेटफॉर्मों को पॉजिटिवली देखते हैं। वो कहते हैं कि गलत प्रथाओं को खत्म करना होगा। ताकि अच्छे कंटेंट के जरिए भारत की आवाज दुनियाभर में पहुंच सके। अनुराग ठाकुर कहते हैं कि मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र हर साल 28 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। इसमें रोजगार के अवसर की ज्यादा से ज्यादा संभावनाएं हैं। मंत्री कहते हैं कि सरकार का उद्देश्य व्यवसाय को प्रोत्साहित करना है। उसे दबाना नहीं। कंद्रिय मंत्री ने मनोरंजन और जवाबदेही के बीच संतुलन बनाने की बात पर भी जोर दिया है।