राजीव सक्सेना
OTT reviews: ओटीटी के छोटे पर्दे पर, विषयों की वर्जनाओं को पार करते हुए अब इतिहास के पन्नों पर उकेरी हुई दास्तान पटकथा बन कर भव्य सीरीज का स्वरूप ले रही है। वहीं महानगर के समृद्ध परिवारों के टूटते-बिखरते संबंधों की कहानियां भी खूबसूरत आकार लेती हुई उभरकर आ रही हैं। पिछले सप्ताह की वेब सीरीज ताज और फिल्म गुलमोहर इस सिलसिले में दर्शकों की पसंदीदा फेहरिस्त में शामिल हुई हैं।
ताज : डिवाइडेड बाय ब्लड
भारतीय, खासकर हिंदी ओटीटी मंच पर इतिहास के पन्ने खुलते हुए देखना एक सुखद अहसास साबित हुआ है। वेब सीरीज ‘ताज: डिवाइडेड बाय ब्लड’ के प्रदर्शन के साथ, देश की ऐतिहासिक कथाओं का इस माध्यम से प्रदर्शन एक उम्दा पहल मानी जा सकती है। कहानी के मुताबिक सम्राट अक़बर, अपने तीन बेटों में से किसी एक काबिल को अपना वारिस घोषित करने की खातिर अलग-अलग तरीके से उनके इम्तेहान लेते हैं।
अपने गुरु शेख सलीम चिश्ती की भविष्यवाणी अकबर को सही साबित होती सी लगती है। सिनेमा के बड़े कैनवास से लेकर टीवी के पर्दे तक सम्राट अकबर से जुड़े तमाम किस्सों को एक नहीं अनेक बार देखा गया है। ताज वेब शो इसी सिलसिले की अगली रोचक कड़ी बनाता है। जी5 के लिए के लिए अभिमन्यु सिंह की सीरीज और कॉस्टयूम ड्रामा में कालखंड के अनुसार राजस्थान के मशहूर महलों में पूरी भव्यता के साथ फिल्मांकन के साथ ही विभिन्न किरदारों में अभिनेताओं का सही चयन किया जाना भी विशेष उल्लेखनीय है। शेख सलीम चिश्ती की भूमिका में वरिष्ठ अभिनेता धर्मेंद्र का ओटीटी डेब्यू सुखद लगा।
गुलमोहर
डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर प्रदर्शित वेब फिल्म गुलमोहर ओटीटी के पर्दे पर लिखी गई एक सुंदर कविता है, जिसमें नई दिल्ली के एक समृद्ध परिवार में टूटते-बिखरते रिश्तों की कहानी को रोचक पटकथा में पिरोया गया है। चुनिंदा बेहतरीन फिल्में करने वाले, अब ओटीटी के सबसे ज्यादा लोकप्रिय अभिनेता मनोज वाजपेयी ने अपने जमाने की मशहूर एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर के साथ गजब की भूमिका की है। अमोल पालेकर, चन्दन राय, सिमरन, सूरज शर्मा, कावेरी सेठ ने सहयोगी चरित्र उम्दा तरीके से अदा किए हैं। इसे आपको जरूर देखना चाहिए।