फिल्म- रिवाज
कलाकार- मिथुन चक्रवर्ती, आफताब शिवदासानी, मायरा सरीन, अनिता राज, जाकिर हुसैन, जया प्रदा, अद्विक महाजन,अश्वनी कपूर और अन्य
प्रोड्यूसर- कशिश खान
निर्देशक- मनोज सती
समय अवधि – 1 घंटे 54 मिनट
ओटीटी प्लेटफॉर्म- जी5
रेटिंग- 3.5/5
मुस्लिम धर्म में तीन तलाक का मुद्दा हमेशा से चर्चा का विषय रहा है। आए दिन खबरों में सुनने के लिए मिलता रहा है कि किसी ने फोन पर कोसों दूर से तलाक दे दिया तो किसी ने मैसेज पर लिखकर तीन बार तलाक बोलकर रिश्ता खत्म कर दिया। फिर अगर तलाकशुदा महिला से वापस से शादी करना होता था तो उसके लिए महिला को हलाला करना पड़ता है। यहां देखा जाए तो दोनों तरफ से महिलाएं ही पिस रही थीं। इससे तंग आकर महिलाओं ने अपनी आवाज उठाई और एक लहर उठी की तीन तलाक को खत्म कर दिया जाए। सरकार ने भी साथ दिया। ऐसे में अब ओटीटी पर इसी गंभीर मुद्दे को लेकर आई हैं मायरा सरीन और उनका साथ मिथुन चक्रवर्ती, आफताब शिवदासानी अनिता राज, जाकिर हुसैन और जया प्रदा जैसे स्टार्स ने दिया है। चलिए बताते हैं ओटीटी पर रिलीज हुई इस फिल्म के बारे में।
सिनेमा के इतिहास में महिलाओं के संघर्ष पर सैकड़ों फिल्में बनती रही हैं। इस लिस्ट में अब एक और फिल्म ‘रिवाज’ शामिल हो गई है। ये ‘रिवाज’ तीन तलाक का रहा है, जिसने सिर्फ महिलाओं के भाग्य में पीड़ा ही दी। इस पीड़ा को ‘रिवाज’ में बखूबी दिखाया गया है। इसकी कहानी एक ऐसी महिला की है, जो तीन तलाक के खिलाफ लड़ रही होती है। समाज को आइना दिखाती है। ये महिला ज़ैनब शेख (मायरा सरीन) होती है, जो तीन तलाक़ के पुराने कानून के विरुद्ध आवाज़ बुलंद करती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे वो ना केवल इस कानून के खिलाफ बल्कि लोगों की सोच और अपनी पूरी कौम के खिलाफ लड़ रही होती है।
मायरा ने जिस ईमानदारी के साथ अदाकारी की है वो देखने लायक है। कई मंझे हुए कलाकारों के साथ उन्होंने अपने कुशल अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया है और फिल्म के मुख्य पात्र को स्क्रीन पर असरदार ढंग से पेश किया है। उनका संवाद हो, या चेहरे का एक्सप्रेशन या फिर भावनाओं को प्रकट करना या कोई दिल को चुभने वाला डायलॉग बोलना हो। मायरा ने हर तरह से अपने किरदार को जीवंत कर दिया है। वहीं, मिथुन चक्रवर्ती तो मंझे हुए कलाकार हैं ही तो उनकी एक्टिंग ने फिल्म में चार चांद लगा दिए। वकील रमजान कादिर के रोल में उन्होंने महिलाओं के सपोर्ट में आवाज उठाई और इस जंग में उनका साथ देते नजर आए। साथ ही मुसलमान का मतलब भी दमदार अभिनय के साथ दिखाते हैं। इसके साथ ही आफताब शिवदासानी (हनीफ कुरैशी), जैनब के पति के रोल में हैं।
ये हैं दमदार डायलॉग्स
ओटीटी पर रिलीज हुई फिल्म ‘रिवाज’ में कई दमदार डायलॉग्स भी हैं। इसमें मायरा के डायलॉग्स कमाल के लगे हैं, जो तीन तलाक के प्रति महिलाओं के दर्द को बयां करते हैं। अगर उन डायलॉग्स की बात की जाए तो इसमें पहला डायलॉग है, ‘इनका जब मन होगा तलाक दे देंगे, जब मन होगा माफी मांगकर निकाह की बात कर लेंगे।’ ज़ैनब का यह संवाद औरत के दर्द को बयां करता है। फिर वह आगे कहती है, ‘मैं कसम खाती हूं, तेरे जैसे लोगों का गुरुर तोड़ूंगी।’ वहीं, फिल्म में मिथुन कहते हैं, ‘तलाक औरत दे या मर्द दे, नुकसान तो परिवार का ही होता है।’ इस तरह के संवाद के जरिए फिल्म में कई संदेश भी दिए गए हैं। मायरा यानी कि जैनब का एक और डायलॉग होता है, ‘यह लड़ाई मेरे अकेले की नहीं है।’ एक्ट्रेस अपने इस डायलॉग से समाज की महिला वर्ग को प्रोत्साहित कर रही हैं कि वो भी उनके खिलाफ होने वाले अत्याचारों के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद करें।
फिल्म ‘रिवाज’ में अगर बैक ग्राउंड स्कोर और गानों की बात की जाए तो इसका बैक ग्राउंड म्यूजिक शानदार है, जो आपको फिल्म की कड़ी से जोड़ता है। कई सीन्स ऐसे भी आते हैं, जिसके म्यूजिक इमोशनल कर देते हैं। उन सीन्स में म्यूजिक जान डाल देते हैं। फिल्म का एक गाना ‘तू मेरा नाम है’, जो काफी अच्छा लगता है। बात की जाए अगर निर्देशन की तो इसका निर्देशन मनोज सती ने किया है। उन्होंने महिलाओं के दर्द को बखूबी ढंग से स्क्रीन पर पेश किया है। काफी हद तक वो इसकी कहानी को दिखाने में सफल हुए हैं। कुछ कड़ियां कमजोर लगेंगी मगर कहानी के साथ मजा भी आता है।
किस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं ‘रिवाज’
बहरहाल, अगर मिथुन चक्रवर्ती, आफताब शिवदासानी अनिता राज, जाकिर हुसैन और जया प्रदा जैसे स्टार्स से सजी फिल्म ‘रिवाज’ की रिलीज की बात की जाए तो इसे आप ओटीटी प्लेटफॉर्म जी5 पर देख सकते हैं। गंभीर मुद्दों पर बहुत कम ही हो पाता है कि फिल्में रिलीज होती हैं। ऐसे में अगर आप सोशल टॉपिक्स पर बनी फिल्मों को देखना पसंद करते हैं तो लंबे समय के बाद ऐसी कोई फिल्म रिलीज हुई है, जिसका आप होली के मौके पर लुत्फ उठा सकते हैं। समाज का आइना दिखाने वाली फिल्में कम ही बन पाती हैं। ऐसे में इस फिल्म को एक बार देख सकते हैं।