बीते कुछ सालों में ओटीटी की दुनिया कई मायनों में फिल्मों से कहीं ज्यादा बड़ी हो गई है। कोरोना महामारी के बाद वेब सीरीज और ओटीटी की दुनिया की ऐसी आदत लग गई है कि अब लोग सिनेमाघरों से ज्यादा घर रहकर ही अपना मनोरंजन करना पसंद करते हैं।

ओटीटी पर हर उम्र के हिसाब से कंटेंट मौजूद है। बॉलीवुड के कई दिग्गज सितारे भी ओटीटी पर रुख करने लगे हैं। संजय लीला भंसाली की हाल ही में हीरामंडी रिलीज हुई है।

दर्शकों की मांग पर अभिनेताओं की कास्टिंग हो रही है और इन सब कारणों से वेब सीरीज बनाने का खर्चा भी बढ़ता जा रहा है। आज हम आपको उन वेब सीरीज के बारे में बताएंगे जिनका बजट काफी ज्यादा है।

मिर्जापुर 3

कालीन भैया, गुड्डू ,बबलू ,गोलू गुप्ता और मुन्ना भैया को भला कौन भुला सकता है। देश में सबसे सुपरहिट वेब सीरीज में शुमार मिर्जापुर की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। हर किसी को इसके तीसरे सीजन का इंतजार है। इस वेब शो के पहले सीजन की सुपर सक्सेस के बाद मेकस ने दूसरे सीजन में जमकर पैसा लगाया और इसे ₹60 करोड़ के भारी-भरकम बजट से तैयार किया था। वहीं अब मेकर्स ने तीसरे सीजन पर 100 करोड़ का दाव खेला है।

पंचायत 3

पंचायत का तीसरा सीजन 28 मई को प्राइम वीडियो पर रिलीज होने वाला है। पंचायत के दो सीजन पहले आ चुके हैं। जिन्हें खूब पसंद किया गया था। वहीं अब मेकर्स ने तीसरे सीजन पर तकरीबन 80 करोड़ का खर्चा किया है।

कोटा फैक्ट्री 3

स्टूडेंट लाइफ पर बनी वेब सीरीज कोटा फैक्ट्री के दो सीजन आ चुके हैं। अब सभी को तीसरे का बेस्ब्री से इंतजार है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मेकर्स ने 30-35 करोड़ में बनाने का फैसला किया है।

गुल्लक 3

आम आमदी के जीवन पर आधारित यह सीरीज सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली सीरीज की लिस्ट में शामिल है। इसके तीसरे सीजन की शूटिंग पूरी हो चुकी है। अब कभी भी मेकर्स इसको रिलीज करने की घोषणा कर सकते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सीरीज पर अभी तक 50 करोड़ के आस-पास खर्च किए हैं।

सिटाडेट: हनी बनी

प्रियंका चोपड़ा की इंग्लिश सीरीज के हिंदी वर्जन में वरुण धवन और सामंथा प्रभु नजर आएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सीरीज को बनाने में मेकर्स ने करीब 120 करोड़ तक खर्च किए हैं। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं है।

ओटीटी से ऐसे होती है कमाई

बता दें कि ओटीटी का फुल फॉर्म ‘ओवर द टॉप’ होता है। भारत में ओटीटी के करीब 45 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं। जिनसे OTT कंपनियों को 22.62 अरब का रेवेन्यू जेनेरेट होता है। ओटीटी पर कुछ रेंट पर होता है तो आपको उस कंटेंट को डाउनलोड करने के लिए पैसा देना होता।

इसके अलावा ओटीटी पर जो यूजर्स सब्सक्रिप्शन लेते हैं उससे सीझा पैसा ओटीटी कंपनी के पास जाता है। ओटीटी पर जब फिल्म या सीरीज के बीच में विज्ञापन आता है, तो उसके लिए भी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को पैसे मिलते हैं। मल्टी स्क्रीन मॉडल से भी ओटीटी अच्छी कमाई करता है। इन सबके अलावा डायरेक्ट एड या विज्ञापन से भी ओटीटी प्लेटफॉर्म कमाई करते हैं।