100 साल पहले हिंदी सिनेमा के एक चमकते हुए सितारे का जन्म हुआ था। हम बात कर रहे हैं दिग्गज अभिनेता देव आनंद की, जिनकी आज 100वीं बर्थ एनिवर्सरी है। अभिनेता के बेटे सूनील आनंद ने इस खास दिन पर अपने पिता को याद किया है। उन्होंने देव आनंद को स्टाइलिश फिल्म स्टार बताया है, जो अपने लुक्स को लेकर हमेशा सचेत रहते थे। सुनील के मुताबिक उनके पिता वर्कआउट के शौकीन थे, कुछ भी हो जाए वह योग करना नहीं भूलते थे।
देव आनंद, जिन्होंने ‘गाइड’ और ‘हम दोनों’ जैसे क्लासिक्स फिल्मों में काम कर अपनी अलग पहचान बनाई। इतना ही नहीं उन्होंने ‘हरे राम हरे कृष्णा’ सहित कई हिट फिल्मों का निर्देशन किया। साल 2011 में देव आनंद का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। दुनियाभर में फैंस देव आनंद का जन्मदिन मना रहे हैं। सुनील ने कहा कि वह इस बात से बेहद खुश हैं कि उनके पिता का जन्मदिन मनाया जा रहा है।
पीटीआई को दिए इंटरव्यू में सुनील ने कहा,”मुझे लगता है कि वह अब भी हमारे साथ हैं, मेरे साथ हैं।’ वह अब भी दुनिया भर के लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। वह सदाबहार रोमांटिक स्टार के रूप में जीवित हैं।”
बता दें कि सुनील एक फिल्ममेकर भी हैं और वह अपने एक फिल्म बना रहे हैं, जो अपने पिता को डेडिकेट करने वाले हैं। इसमें हॉलीवुड के स्टार्स के साथ वह खुद भी अभिनय करने वाले हैं। इस फिल्म के बारे में बात करते हुए सनील ने कहा,”यह मेरे पिता को समर्पित एक बहुत बड़ी फिल्म है। मैं निर्माण और निर्देशन कर रहा हूं। शो चल रहा है। मैं अपने पिता की विरासत को आगे ले जाना जारी रखूंगा।”
देव आनंद, जिन्होंने दिलीप कुमार और राज कपूर के साथ दशकों तक फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया। वह अपने बेबाक स्टाइल, व्यवहार और मनमौजी रवैये के लिए जाने जाते थे, जिसे 1961 में आई साहिर लुधियानवी की फिल्म ‘हम दोनों’ के यादगार गीत ‘मैं जिंदगी का साथ निभाता चला गया’, हर फिकर को धुएं में उड़ता चला गया’ में साफ देखा जा सकता है।
सुनील आनंद ने कहा कि उनके पिता एक ईमानदार व्यक्ति थे और समझते थे कि दर्शकों के प्रति उनका कर्तव्य था। वह एक पढ़े-लिखे, जानकार व्यक्ति थे। वह किसी भी भीड़ में किसी से भी किसी भी विषय पर बातचीत कर सकते थे। वह सड़क पर चलने वाले व्यक्ति के साथ उतने ही सहज थे जितना कि वह राजपरिवार के साथ थे। वह बहुत विनम्र थे। जब आप इतने बड़े स्टार हों तो विनम्र रहना मुश्किल है।