Nikita Roy Movie Review in Hindi: सोनाक्षी सिन्हा, परेश रावल और अर्जुन रामपाल की मच अवेटेड फिल्म ‘निकिता रॉय’ आखिरकार रिलीज हो चुकी है। ये एक हॉरर थ्रिलर है, लेकिन देखा जाए तो इसमें सिर्फ हॉरर ही नहीं, बल्कि वो कहानी दिखाई गई है जो आपके दिमाग से लंबे समय तक निकल नहीं पाएगी। 1 घंटे 54 मिनट की ये फिल्म आपको अपनी कुर्सी से हिलने नहीं देगी। सोनाक्षी सिन्हा ने अपने फिल्मी करियर में कई मूवीज की हैं, लेकिन ये उनकी अब तक की बेस्ट परफॉर्मेंस है।
कैसी है फिल्म की कहानी?
फिल्म की कहानी की शुरुआत अर्जुन रामपाल के किरदार से होती है, जो अंदर ही अंदर एक अजीब डर से जूझ रहा है। फिर पर्दे पर जो माहौल बनता है, वो दर्शकों को अपनी ओर खींचता है। ये हॉरर का वो रूप है जहां चीखें नहीं, बल्कि खामोशी डराती है। ये फिल्म एक सामाजिक मुद्दे, अंधविश्वास पर आधारित है, जिसमें डर के साथ-साथ थ्रिलर भी है। इसमें सोनाक्षी ने एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया है, जो झूठे और पाखंडी बाबाओं से लड़ना चाहती है, लेकिन खुद ही उस चक्रव्यूह में उलझ जाती है।
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कैसा है एक्टर्स का काम?
सोनाक्षी सिन्हा ने निकिता रॉय के किरदार में जान फूंक दी है। ये फिल्म उनके करियर की सबसे मैच्योर परफॉर्मेंस है। परेश रावल ने फिल्म में बाबा अमरदेव का किरदार निभाया है और उनका किरदार आपको विचलित कर सकता है। अर्जुन रामपाल की स्क्रीन प्रेजेंस बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन कहानी के लिए काफी अहम है। उनका रोल थोड़ा और ज्यादा होता तो फिल्म बेहतर हो सकती थी।
फिल्म का डायरेक्शन?
इस फिल्म के साथ सोनाक्षी सिन्हा के भाई और शत्रुघन सिन्हा के बेटे कुश सिन्हा ने बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया है। मगर फिल्म को देखकर ऐसा नहीं लगेगा कि ये उनका डायरेक्टोरियल डेब्यू है, उन्होंने कहानी को बारीकी और गंभीरता से गढ़ा है। डर पैदा करने के लिए जो ट्रिक्स इस्तेमाल की गई हैं, वो काबिल-ए-तारीफ है। बैकग्राउंड का म्यूजिक बेवजह शोर नहीं करता, बल्कि डायलॉग्स को और दिलचस्प बनाता है। फिल्म की स्क्रिप्ट पवन कपलानी ने लिखी है, जो Ragini MMS, Bhoot Police जैसी फिल्मों के राइटर हैं। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी भी अच्छी है। कोहरा, रोशनी और परछाइयों को इफेक्ट भी बेहतरीन दिखाया गया है। बात अगर इसकी एडिटिंग की करें तो वो थोड़ी और बेहतर हो सकती थी।
फिल्म का संगीत कैसा है?
फिल्म में गाने बहुत कम हैं, मगर बैकग्राउंड में जो म्यूजिक दिया गया है वो कहानी को और दिलचस्प बना रहा है। खासकर क्लाइमेक्स सीन में म्यूजिक और साउंड डिजाइन कहानी को और भी खौफनाक बना रहा है।
फिल्म देखें या नहीं?
अगर आप हॉरर या थ्रिलर फिल्मों के शौकीन हैं तो ये फिल्म आपके लिए बनी है। साथ ही जो लोग सोनाक्षी को कुछ हटके करते हुए देखना चाहते है वो भी इस फिल्म को जरूर देखें। लेकिन अगर आप रोम-कॉम लवर हैं तो ये फिल्म आपके लिए नहीं बनी है। अगर आप सुपरनैचुरल थ्रिलर पसंद करते हैं और साथ में एक सामाजिक एंगल भी चाहते हैं, तो ‘निकिता रॉय’ जरूर देखिए। मैं इस फिल्म के डायरेक्शन और एक्टर्स के काम के लिए फिल्म को 5 में से 3.5 स्टार देती हूं।