किसान नेता राकेश टिकैत किसान आंदोलन पर लगातार जान फूंकते दिख रहे हैं। ऐसे में न्यूज 24 की लाइव डिबेट में एंकर संदीप चौधरी ने उनसे सीधा सवाल कर लिया कि क्या वह UP 2022 के चुनावों की तैयारी कर रहे हैं? इस पर राकेश टिकैत ने भी साफ शब्दों में अपना जवाब दिया। संदीप चौधरी ने सवाल किया – ‘क्या राकेश टिकैत राजनेता बन गए हैं? अब वह किसान नेता नहीं रहे?’
इस पर राकेश टिकैत ने कहा- ‘हम तो न किसान नेता हैं न राजनेता हैं। हमारा तो गन्ने का भुगतान हो जाए.. गन्ना हम दे रहे हैं भाव कोई है नहीं। 10-12 हजार करोड़ है शुगर मील वाले देते ही नहीं।’ संदीप चौधरी कहते हैं- ’11 हजार करोड़ रुपए से ऊपर की खरीदी हो चुकी है, 2 407 करोड़ का भुगतान हुआ है। 14 दिन में होना चाहिए भुगतान और वो भी ब्याज समेत।’
राकेश टिकैत कहते हैं- ‘वही तो होता है, हर आदमी अलग अलग इशू को लेकर इस आंदोलन से जुड़ा हुआ है।’ संदीप बात काटते हुए कहते हैं- ‘राजनीति भी जुड़ी हुई है। कि 2022 में उत्तर प्रदेश में चुनाव होने हैं। राकेश टिकैत चुनाव लड़ेंगे क्या?’ इस पर राकेश टिकैत जवाब देते हैं- ‘हम.. नहीं लड़ते चुनाव, चुनाव बहुत बुरी बीमारी है।’
मैं कभी चुनाव नहीं लड़ूंगा : @RakeshTikaitBKU
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— News24 (@news24tvchannel) February 8, 2021
संदीप कहते हैं- आपने तो लड़ा है, खतौली से। तो लगता है लोगों को कि राकेश टिकैत 2022 की तैयारी कर रहे हैं। इस पर टिकैत जवाब देते हैं- ‘हमने लड़के देख लिया बीमारी है। इससे आदमी मुद्दे भूलता है। आंदोलन से बढ़िया मुद्दा है ही नहीं कुछ। आंदोलन को मजबूत रखो। चुनाव नहीं लड़ेंगे हम। इसकी घोषणा भी न करें। कोई न्योता दे तब भी नहीं। अपना राजनैतिक दल भी नहीं बनाएंगे। आंदोलन करेंगे।’
इस वीडियो को देख कर यूजर्स भी सोशल मीडिया पर कमेंट करने लगे। एक यूजर ने लिखा- टिकैत जी इन चुनाव लड़ने वालों ने ही देश का सर्वनाश किया हुआ है। ऐसा ही रहा तो वो दिन दूर नहीं जब इस जगह का नाम अंबानिस्तान होगा। राघवेंद्र नाम के यूजर ने कहा- आजकल संदीप दीक्षित को राकेश टिकैत से बड़ा नेता इस देश में कोई मिल ही नही रहा। देखते रहिये, इसकी हालत वही होगी जैसे “धोबी का कुत्ता, ना घर का ना घाट का।”
शैलेंद्र नाम के यूजर ने कहा- ये BJP की सबसे बड़ी भूल है कि सिर्फ पंजाब और हरियाणा के किसान ही आंदोलन कर रहे हैं । जैसे जैसे किसान सच और झूठ में फर्क कर रहे हैं, वे सब जुड़ते जा रहे हैं। बीजेपी वही गलती कर रही है जो अन्ना आंदोलन में कांग्रेस ने की थी।
