निर्देशक भी वही हैं- पुष्कर और गायत्री, लेकिन अभिनेता और अभिनेत्री को बदल दिया गया है।हिंदी वाली फिल्म में हृतिक रोशन और सैफ अली खान हैं। आज के जमाने का विक्रम एक पुलिस अफसर है, जो धड़ाधड़ मुठभेड़ करता है। नाम भी है विक्रम (सैफ अली खान)। और वेताल है वेदा। फिल्म में लिखित रूप में वेधा शब्द है और बोलने में वेदा। वेदा (हृतिक रोशन) एक अपराधी है। चालाक और धूर्त। फिल्म विक्रम और वेताल के बीच सवाल जवाब के इर्द गिर्द घूमती है। ये सवाल मुख्य रूप से पुलिस मुठभेड़ से जुड़े हैं।
जिन लोगों को पुलिस अपराधी बता कर एनकाउंटर में मार देती है क्या वे सच में अपराधी होते हैं? या ये कहें कि इन मुठभेड़ में पुलिस की गोलियों से मारे जाने वालों में कई ऐसे भी होते हैं, जो बेगुनाह हैं और उनको मारा इसलिए जाता है कि पुलिस वालों को पैसा या पदक या दोनों मिलते है। फिल्म में फर्जी कही जाने वाली ऐसी मुठभेड़ को लेकर कई सवाल उठते हैं, जो नैतिक भी हंै और ये सारे सवाल इतने रोचक ढंग से खड़े होते हैं कि दर्शक कहानी से बंधा रहता है। फिल्म की कहानी के केंद्र में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश का शहर लखनऊ है और भाषा भी अवधी के करीब रखी गई है। वैसे तो विक्रम की भूमिका में सैफ अली खान भी जमे हैं, लेकिन जिसके इर्द गिर्द ये पूरी फिल्म है वह हंै हृतिक रोशन।
यह चुनौतीपूर्ण भूमिका थी, क्योंकि एक अपराधी नैतिक सवाल उठाए, तो कई बार ऐसा लगता है कि वह अपना अपराध छिपाने के लिए ऐसा कर रहा है। लेकिन वेदा के किरदार के रूप में हृतिक अपराधी होने के बावजूद शरीफ लगते हैं। राधिका आप्टे वकील बनी है। विक्रम की पत्नी है।उनकी भूमिका छोटी है पर कहानी की अहम कड़ी बरकरार रहती है। इस फिल्म में उनके एक्शन भी लाजबाब है। और उन पर फिल्माया गया गाना ‘अल्कोहोलिया’ भी एक खास आकर्षण रखता है। हृतिक यों भी गजब के डांसर हैं और इस गाने के साथ उनका डांस भी मारू है। राधिका आप्टे वकील बनी है। विक्रम की पत्नी है। उनकी भूमिका छोटी है पर कहानी की अहम कड़ी।