महाराष्ट्र के पुणे में रविवार को एक तेज रफ्तार पोर्श कार की टक्कर से दो लोगों की जान चली गई। इस केस में आरोपी नाबालिग है और उसे कोर्ट की तरफ से जमानत मिल गई है। कोर्ट में आरोपी को ‘सड़क दुर्घटनाओं के प्रभाव और उनके समाधान’ पर 300 शब्दों का निबंध लिखने का आदेश दिया गया और 15 दिन तक यातायात पुलिस के साथ काम करने की शर्त पर महज कुछ ही घंटों में जमानत दे दी गई।
हालांकि बाद में पुलिस ने आरोपी के पिता को गिरफ्तार कर लिया है। अब इस केस पर सियासत शुरू हो गई है। पूरे देश से इस केस पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और लोग न्यायव्यवस्था की आलोचना कर रहे हैं। इसी बीच नेहा सिंह राठौर का ट्वीट सामने आया है, जिसमें उन्होंने कोर्ट द्वारा आरोपी को दी गई जमानत पर सवाल उठाए हैं।
नेहा सिंह राठौर ने क्या कहा
नेहा सिंह राठौर ने कोर्ट के फैसले की निंदा करते हुए लिखा कि ‘इतनी कड़ी सज़ा नहीं देनी चाहिए थी बेचारे को। निबंध लिखते-लिखते अगर लड़का बोर हो गया तो क्या हमारी न्यायव्यवस्था इसकी ज़िम्मेदारी लेगी? बाक़ी ग़रीबों का क्या है! वो तो पैदा ही अमीरों की गाड़ी के नीचे आने के लिए हुए हैं!’
विनोद कापड़ी ने भी कही यह बात
वहीं जाने-माने फिल्मकार विनोद कापड़ी ने भी ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘पुणे केस बहुत गड़बड़ हो रही है और आप सबकी ज़िम्मेदारी है कि दो मासूम इंजीनियरों के इंसाफ मिले। पोर्श चला रहे आरोपी को सिर्फ 12 घंटे में छोड़ दिया गया। छुट्टी होने के बावजूद रविवार को कोर्ट से कैसे जमानत मिली ? कार बिना रजिस्ट्रेशन के कैसे सड़क पर थी ? 17 साल का वेदांत कार कैसे चला रहा था ? वो रात को दो दो जगह शराब पीने गया , 200 KMPH की स्पीड से कार चल रही थी और मेडिकल में शराब की पुष्टि नहीं हुई। दो युवा मासूमों की मौत पर #Pune शहर क्यों चुप है ?’
कोर्ट के सामने फिर होगी आरोपी की पेशी
पुलिस ने ममाले के तूल पकड़ने के बाद नाबालिग ने जहां पर शराब पी थी। उस बार को सील करने के साथ बिल्डर पिता को औरंगाबाद से अरेस्ट किया है। वहीं इसके बाद उस होटल के मालिक को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
दूसरी तरफ आरोपी को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा। नाबालिग की उम्र 17 साल आठ महीने सामने आई है। आरोपी 12वीं की परीक्षा में पास होने के बाद दोस्तों के साथ पार्टी के लिए घर से महंगी कार लेकर निकला था।