बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। वह अपने बयानों के चलते अक्सर चर्चा में रहते हैं। लेकिन इस बार उन्होंने नहीं, बल्कि उनकी पत्नी रत्ना पाठक अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। हाल ही में एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू के दौरान एक्ट्रेस ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने हिंदू पर्व करवाचौथ को रुढ़िवादी और अंधविश्वास बताते हुए महिलाओं पर निशाना साधा।

रत्ना पाठक ने करवा चौथ को लेकर कही ऐसी बात

हाल ही में पिंकविला को दिए एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने कहा कि महिलाओं के लिए कुछ भी नहीं बदला या कुछ एरियाज में बहुत छोटा बदलाव आया है। हमारा समाज बहुत रूढ़िवादी होता जा रहा है। हम अंधविश्वासी होते जा रहे हैं। हमको धर्म को जीवन का अहम हिस्सा स्वीकारने के लिए बाध्य किया जा रहा है। मुझसे बीते साल किसी ने पहली बार पूछा, क्या मैं करवाचौथ का व्रत रख रही हूं।

मैंने कहा, क्या मैं पागल हूं? जो ऐसा करूँगी? क्या यह डरावना नहीं है कि मॉडर्न पढ़ी-लिखी महिलाएं अपने पति की जिंदगी के लिए करवाचौथ का व्रत रहती हैं ताकि जिंदगी को कुछ वैलिडटी मिल सके। भारत में विधवा होना भयानक स्थिति माना जाता है। 21वीं सदी में हम इस तरह की बात कर कर रहे हैं? पढ़ी-लिखी महिलाएं ऐसा कर रही हैं।

ज्योतिष-वास्तु पर अभिनेत्री ने रखी अपनी राय

नसीरुद्दीन शाह की पत्नी रत्ना पाठक ने आगे कहा कि हम रूढ़िवादी हो रहे हैं। कुंडली दिखोओ, वास्तु कराओ, अपने ज्योतिषी को दिखाओ ऐ सब आधुनिक समाज की निशानी नहीं है । समाज रूढ़िवादी होने पर सबसे पहले औरतों पर शिकंजा कसता है। दुनिया की जितने भी रूढ़िवादी समाज हैं, सब पर नजर डाल लीजिए। आप देखेंगे कि औरतें ही हैं जो सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। आज भी औरतों के लिए कुछ भी नहीं बदला है और अगर बदलाव हुआ भी है तो वह बेहद मामूली है। लोग अब अंधविश्वासी होते जा रहे हैं। उन्हें धर्म को स्वीकार कर उसे अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा बनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

क्या हम साउदी अरब देश बनना चाहते हैं?

रत्ना पाठक ने आगे कहा कि सऊदी अरब में औरतों के लिए क्या स्कोप है? क्या हम सऊदी अरब जैसा देश बनना चाहते हैं? और हम उनके जैसे बन भी जाएंगे क्योंकि यह बहुत ही सुविधाजनक है। औरतें घर में बहुत सारा काम करती हैं, जिसके लिए उन्हें कोई पैसा नहीं मिलता। अगर आपको उनके काम के लिए पैसे देने हों, तो कौन करेगा? औरतों को उस परिस्थिति में धकेला जाता है।