अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने योगी आदित्यनाथ के ‘अब्बा जान’ वाले विवादित बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि योगी आदित्यनाथ हमेशा से ऐसे नफरत भरे बयान देते आए हैं जिस पर प्रतिक्रिया देने का भी कोई अर्थ नहीं है। योगी आदित्यनाथ की आलोचना करते हुए कहा कि वो हमेशा से नफरत उगलते आए हैं।
इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई से बात करते हुए नसीरुद्दीन शाह ने कहा, ‘यूपी के मुख्यमंत्री का अब्बा जान वाला बयान अवमानना की तरह है। ये प्रतिक्रिया देने लायक नहीं है। सभी मुस्लिम अपने पिता को अब्बा जान नहीं कहते। मैं अपने पिता को अब्बा जान नहीं कहता, मैं तो उन्हें बाबा कहता हूं। मेरी हिंदू पत्नी भी अपने पिता को बाबा कहतीं हैं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘ये आदमी (योगी आदित्यनाथ) जैसे हैं, वैसे हैं। उन पर प्रतिक्रिया देने का कोई अर्थ ही नहीं है। तथ्य ये है कि उनका अब्बा जान वाला बयान उसी नफरत भरे बयानों का सिलसिला है जो वो हमेशा से उगलते आए हैं।’
नसीरुद्दीन शाह हाल ही में भारतीय मुसलमानों को संबोधित एक वीडियो से चर्चा में आए थे। तालिबान की जीत पर भारत के कुछ मुसलमान संगठनों ने समर्थन जताया था जिस पर नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि भारतीय मुसलमानों का तालिबान की जीत पर जश्न मनाना खतरनाक है। उनके इस बयान को दक्षिणपंथियों की तरफ से समर्थन मिला था।
इस बात पर उन्होंने कहा है, ‘अधिक से अधिक हिंदुओं को भी भारत में बढ़ती कट्टरता के खिलाफ बोलना चाहिए। यही वक्त है कि उदार हिंदू इसके खिलाफ बोलें क्योंकि बात बहुत आगे तक जा चुकी है।’
आपको बता दें, योगी आदित्यनाथ ने रविवार को उत्तर प्रदेश में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 2017 से पहले अब्बा जान कहने वाले लोग राशन हजम कर जाते थे। समाजवादी पार्टी संयोजक मुलायम सिंह यादव पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अब सब लोगों को राशन मिल रहा है जो पहले नहीं मिलता था। विकास सबका हो रहा है, तुष्टिकरण किसी का नहीं हो रहा।