बॉलीवुड के मशहूर सिंगर किशोर कुमार ने अपने गाने और आवाज से हिंदी सिनेमा में अनूठी छाप छोड़ी है। अपने गानों से किशोर कुमार ने लोगों का दिल इस प्रकार जीता था कि उनके निधन के दशकों बाद भी लोग उन्हें खूब याद करते हैं। किशोर कुमार ने सिंगिंग के साथ-साथ कई फिल्मों में एक्टिंग भी की थी। साल 1958 में उन्हें एक्ट्रेस नरगिस के साथ फिल्म ‘एक था राजा एक थी रानी’ में कास्ट किया गया था। इस फिल्म का निर्देशन एमएल आनंद द्वारा किया जा रहा था। फिल्म के 8 गाने भी लता मंगेशकर, मोहम्मद रफी और गीता दत्त की आवाज में रिकॉर्ड किये जा चुके थे। इसके बाद भी नरगिस ने फिल्म की शूटिंग अधूरी छोड़ दी थी।
फिल्म ‘एक था राजा एक थी रानी’ में किशोर कुमार और नरगिस की जोड़ी बहुत ही असामान्य जोड़ी थी। क्योंकि जहां एक तरफ एक्ट्रेस अपनी नाटकीय भूमिकाओं के लिए जानी जाती थीं तो वहीं किशोर कुमार अपने कॉमिक रोल के लिए मशहूर थे।
कहा जाता है कि शिमला में एक बड़े शेड्यूल के साथ ‘एक था राजा एक थी रानी’ की शूटिंग धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थी। मोहम्मद रफी, किशोर कुमार और लता मंगेशकर की आवाज में गाया गया गाना ‘हल्का फुल्का’ कश्मीर में फिल्माया जाना था। लेकिन इसी दौरान नरगिस गर्भवती हो गईं।
पहले बच्चे की प्रेग्नेंसी के कारण नरगिस ने फिल्म से बाहर जाने का रास्ता चुना। नरगिस द्वारा फिल्म अधूरी छोड़ने के बाद बाकी की शूटिंग को भी स्थगित कर दिया गया। इसके बाद से ही नरगिस और किशोर कुमार किसी भी फिल्म में एक साथ नजर नहीं आए।
बताया जाता है कि फिल्म में लेखक इंदर राज आनंद ने नरगिस और किशोर कुमार के लिए डबल रोल तय किया था। ‘एक था राजा एक थी रानी’ में उनके अलावा जॉनी वॉकर, प्राण, उल्हास, मुकरी, अनवर हुसैन, राम मोहन और मीनू मुमताज भी अहम भूमिका में थे।
इससे इतर बता दें कि किशोर कुमार को उनके मजाकिया अंदाज के लिए खूब जाना जाता था। उनका एक उसूल था ‘नो पे, नो वर्क’। किशोर कुमार ने अपने सहयोगियों से मजाक करने और उन्हें चिढ़ाने के लिए घर के बाहर बोर्ड भी लगाया था, जिसपर लिखा था, “किशोर कुमार से सावधान रहें।”