RRR’s Song Naatu-Naatu:एस.एस राजमौली की फिल्म ‘आरआरआर’ (RRR) के ‘नाटू-नाटू’ गाने को गोल्डन ग्लोब्स 2023 (Golden Globes 2023) बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग अवॉर्ड मिला है। इस गाने को लिखने वाले गीतकार चंद्रबोस ने पुरस्कार के लिए अपना आभार व्यक्त किया है। इसके अलावा उन्होंने ये भी बताया कि उन्होंने एक दिन में गीत का ’90 प्रतिशत’ हिस्सा तैयार कर दिया था, लेकिन बाकी के गाने को तैयार करने में पूरे एक साल सात महीने लग गए थे।
ये गाना एमएम कीरावनी द्वारा कंपोज किया गया है। इस गाने के म्यूजिक और राम चरण-जूनियर एनटीआर के डांस को दर्शकों ने खूब पसंद किया। गाने के स्टेप से लेकर लिरिक्स तक अपने आप में खास हैं। लेकिन इसे लिखने से लेकर शूट करने तक बहुत अधिक लगी है।
मेरी मेहनत रंग लाई: चंद्रबोस
एएनआई से बात करते हुए चंद्रबोस ने कहा, “यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। आरआरआर के लिए एक गीत लिखने का अवसर देने के लिए मैं एसएस राजामौली और एमएम कीरावनी को धन्यवाद देता हूं।मैंने 90% गाना आधे दिन में लिखा और बाकी के 10% गाने को 1.7 साल लगे। मेरा प्रयास, कड़ी मेहनत और धैर्य रंग लाया है।”
डांस में तालमेल करना था कठिन
गाने को लेकर जूनियर एनटीआर ने कहा कि नाटू-नाटू शूट करना काफी मुश्किल था और एसएस राजमौली ने डांस में सिंक्रनाइजेशन को ठीक करने के लिए उनसे कई दिनों तक मेहनत करवाई थी।
एनटीआर ने कहा, “हमने इसे फिल्म के आखिरी चरण में शूट किया है। हमें 65 रातों तक प्रताड़ित किया गया। हमने कठिन स्टेप्स किए हैं, लेकिन ‘नाटू-नाटू’ करना केवल कठिन स्टेप्स करना नहीं था, ये तालमेल बैठाने की बात थी, वो भी राजमौली के डर के साथ।”
12 दिनों तक चला था गाने का शूट
एनटीआर ने बताया कि ये गाना 12 दिनों तक शूट हुआ था। एसएस राजमौली उन्हें सुबह के आठ बजे से लेकर रात के आठ बजे तक शूट करवाते थे। वह लोग 11:30 बजे सोते थे और 5:30 उठते थे। 7 दिनों तक रिहर्सल करने के बाद भी सिंक्रनाइजेश करना मुश्किल था। राजमौली मॉनिटर पर देखते थे, अगर हाथ और पैर जरा भी इधर-ऊधर होते थे तो उन्हें दोबारा वो शॉट करना पड़ता था।