CineGram: बॉलीवुड में कई फिल्में आती और चली जाती हैं, लेकिन कुछ फिल्में ऐसी होती हैं जो अपने दमदार किरदारों, कहानी और संगीत की वजह से दर्शकों के दिलों में बस जाती हैं। ऐसी ही एक फिल्म थी ‘नाजायज़’। 17 मार्च 1995 को रिलीज़ हुई इस फिल्म ने आज अपने 30 साल पूरे कर लिए हैं। महेश भट्ट द्वारा निर्देशित और विशेष फिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म में अजय देवगन, जूही चावला, नसीरुद्दीन शाह और दीपक तिजोरी जैसे कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय किया था।

195 सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई नाजायज़, लाखों दर्शकों का मिला प्यार

‘नाजायज़’ को देशभर के 195 सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया था और इसे लगभग 73 लाख दर्शकों ने थिएटर में जाकर देखा था। हालांकि, वीसीआर और अन्य माध्यमों से इसे देखने वालों की संख्या का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं है। यह फिल्म 1995 की 12वीं सबसे बड़ी हिट फिल्म थी। उस साल ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ (DDLJ) सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म थी, जबकि ‘करण अर्जुन’ और ‘राजा’ ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया था।

महेश भट्ट और अजय देवगन का पहला सहयोग

यह फिल्म अजय देवगन और महेश भट्ट का पहला साथ था। दिलचस्प बात यह है कि अजय के पिता वीरू देवगन ने महेश भट्ट से खासतौर पर मुलाकात कर अपने बेटे के लिए एक अच्छी फिल्म देने का अनुरोध किया था। वीरू देवगन जानते थे कि अजय ने ‘फूल और कांटे’ और ‘जिगर’ जैसी सुपरहिट फिल्में दी हैं, लेकिन उन्हें बेहतरीन निर्देशकों के साथ और भी मजबूत फिल्में करनी होंगी। महेश भट्ट को भी एक ऐसी कहानी की तलाश थी, जिसमें वे अजय का बेहतरीन प्रदर्शन निकाल सकें।

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पहले पूजा भट्ट थीं लीड एक्ट्रेस, फिर जूही चावला आईं सामने

महेश भट्ट ने पहले इस फिल्म में अपनी बेटी पूजा भट्ट को अजय के अपोजिट कास्ट किया था। उस दौर में भट्ट कैंप की ज्यादातर फिल्मों में पूजा भट्ट ही मुख्य भूमिका निभाया करती थीं। लेकिन व्यस्त शेड्यूल के कारण पूजा इस फिल्म के लिए समय नहीं निकाल पाईं और उन्होंने खुद को फिल्म से अलग कर लिया। इसके बाद जूही चावला को फिल्म में लिया गया। यह अजय और जूही की एकमात्र फिल्म थी, जिसमें वे बतौर हीरो-हीरोइन नज़र आए।

नसीरुद्दीन शाह और दीपक तिजोरी के दमदार किरदार

नसीरुद्दीन शाह ने फिल्म में अजय देवगन के पिता और अंडरवर्ल्ड डॉन ‘राज सोलंकी’ की भूमिका निभाई थी। महेश भट्ट की इस भूमिका के लिए पहली पसंद नसीरुद्दीन शाह ही थे, और जब उन्होंने कहानी सुनी तो तुरंत हामी भर दी। इससे पहले भी वे महेश भट्ट की फिल्म ‘सर’ में काम कर चुके थे। वहीं, दीपक तिजोरी ने नसीरुद्दीन शाह के दूसरे बेटे ‘दीपक सोलंकी’ का किरदार निभाया था।

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पहले सुनील शेट्टी को ऑफर हुआ था दीपक तिजोरी का रोल

दीपक तिजोरी का रोल पहले सुनील शेट्टी को ऑफर किया गया था। महेश भट्ट ने सुनील को अजय देवगन के साथ दो फिल्मों, ‘काला पानी’ और ‘नाजायज़’ के लिए साइन किया था। ‘काला पानी’ की शूटिंग कभी शुरू नहीं हो पाई, जिससे सुनील शेट्टी नाराज़ हो गए। उन्हें यह भी लगने लगा कि ‘नाजायज़’ में अजय देवगन का किरदार ज्यादा मजबूत है, इसलिए उन्होंने यह फिल्म छोड़ दी। इसके बाद अतुल अग्निहोत्री को यह रोल ऑफर किया गया, लेकिन वे भी किसी कारणवश फिल्म नहीं कर सके। अंततः दीपक तिजोरी को यह किरदार मिला।

नाजायज़ से रोल कटा तो नाराज़ हुए दीपक तिजोरी

दीपक तिजोरी को शुरुआत में बताया गया था कि उनका रोल अजय देवगन के बराबर होगा। पहला सीन भी ऐसा ही शूट किया गया था, जिसमें उनके दमदार डायलॉग्स थे। लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि उनके किरदार को कमजोर दिखाया गया है। जब फिल्म रिलीज़ हुई, तो दीपक तिजोरी को और भी निराशा हुई क्योंकि उनके कई जरूरी सीन्स को हटा दिया गया था। इससे वे महेश भट्ट से काफी नाराज़ हो गए थे।

अनु मलिक का शानदार संगीत और राहत इंदौरी के यादगार गाने

फिल्म के संगीत ने भी इसे खास बनाने में अहम भूमिका निभाई। अनु मलिक के संगीतबद्ध किए इस फिल्म में कुल 7 गाने थे। इनमें से 3 गाने मशहूर शायर और गीतकार राहत इंदौरी ने लिखे थे, जबकि दो गीत इंदीवर, एक सुदर्शन फाकिर और एक माया गोविंद ने लिखा था। फिल्म का सबसे लोकप्रिय गीत था “बरसात के मौसम में, तनहाई के आलम में”, जिसे कुमार सानु और रूप कुमार राठौड़ ने गाया था। यह गाना आज भी संगीत प्रेमियों के बीच काफी लोकप्रिय है।

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1995 में अजय देवगन की हिट फिल्मों में से एक थी नाजायज़

साल 1995 में अजय देवगन की कुल चार फिल्में रिलीज़ हुई थीं—’हलचल’, ‘गुंडाराज’, ‘हक़ीक़त’ और ‘नाजायज़’। इनमें से ‘नाजायज़’ ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया बल्कि अजय की अभिनय प्रतिभा को भी एक नई पहचान दी। महेश भट्ट के निर्देशन में अजय देवगन ने इस फिल्म में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया। बाद में अजय ने महेश भट्ट की एक और चर्चित फिल्म ‘ज़ख्म’ में भी काम किया, जिसमें उनका किरदार ‘नाजायज़’ से मिलता-जुलता था।

नाजायज़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन

नाजायज (1995) को ₹3.25 करोड़ के बजट में बनाया गया था। इस फिल्म को ना सिर्फ क्रिटिक्स से तारीफ मिली बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी फिल्म ने झंडे गाड़े। फिल्म ने भारत में ₹5.90 करोड़ (नेट) और वर्ल्डवाइड ₹8.38 करोड़ की कमाई की। 41वें फिल्मफेयर पुरस्कारों में इसे दो नॉमिनेशन्स मिले—अजय देवगन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता और नसीरुद्दीन शाह को सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए। बाद में, साल 1997 में पाकिस्तान में इसी नाम से रीमेक बना।

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भट्ट कैंप का सुनहरा दौर

जब ‘नाजायज़’ रिलीज़ हुई, तब भट्ट कैंप अपने सुनहरे दौर में था। महेश भट्ट की फिल्में अपने अनोखे कथानक और शानदार संगीत के लिए जानी जाती थीं। इस दौर में उन्होंने कई हिट फिल्में दीं, और ‘नाजायज़’ भी उनमें से एक थी। अजय देवगन, जूही चावला, नसीरुद्दीन शाह और दीपक तिजोरी के दमदार अभिनय के कारण यह फिल्म आज भी दर्शकों के बीच चर्चा में रहती है।

‘नाजायज़’ सिर्फ एक क्राइम-ड्रामा नहीं थी, बल्कि इसमें पिता-पुत्र के जटिल रिश्ते, प्यार, विश्वासघात और संघर्ष की कहानी भी बुनी गई थी। इस फिल्म ने न केवल अजय देवगन को एक बेहतरीन अभिनेता के रूप में स्थापित किया, बल्कि महेश भट्ट के एक निर्देशक के तौर पर भी तारीफ हुई। ये फिल्म अपने समय से काफी आगे थी और 30 साल बाद भी यह फिल्म बॉलीवुड के बेहतरीन फिल्मों में से एक मानी जाती है।