मशहूर शायर मुनव्वर राणा के घर गुरुवार देर रात उत्तर प्रदेश पुलिस पहुंची थी। पुलिस ने मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा पर हुई फायरिंग में कई चौंकाने वाले खुलासे किए थे। पुलिस ने बताया था कि तबरेज ने अपने चाचा और चचेरे भाई को इस मामले में फंसाने के लिए खुद अपने ऊपर हमला कराया था। इसके बाद पुलिस तबरेज़ से पूछताछ के लिए उनके घर पहुंची हालांकि तबरेज़ फरार हो गया था। मुनव्वर राणा ने इसके बाद पुलिस की जांच पर कई गंभीर सवाल खड़े किए।
‘आजतक’ के साथ बातचीत करते हुए मुनव्वर राणा ने कहा, ‘पुलिस मेरे बेटे को ढूंढने के लिए बिल्कुल नहीं आई थी। मेरे बेटे का कोई ऐसा बैकग्राउंड नहीं था। मेरे बेटे के ऊपर ऐसा तो कोई इल्ज़ाम कभी लगा नहीं। तो हम कैसे मान लें कि पुलिस सिर्फ पूछताछ के लिए आई थी।’ इस बातचीत के दौरान मुनव्वर राणा गुस्सा हो जाते हैं और उल्टा शो की एंकर चित्रा त्रिपाठी को कहते हैं, ‘मेरा बेटा मुल्ज़िम है न कि मुजरिम। आपको पहले इन दोनों शब्द के बीच में अंतर सीखना चाहिए।’
मुनव्वर राणा ने अपने बेटे का किया बचाव: मुनव्वर राणा कहते हैं, ‘फिर आप बचकानी गुफ़्तगू कर रही हैं। पुलिस जिस तरह रात में मेरे घर पर आई इस तरह तो पुलिस कोई तफ्तीश के लिए नहीं आती बल्कि हमला करने के लिए आती है। एनकाउंटर करने के लिए आती है। ये कोई तरीका तो नहीं है। अब अगर आप पुलिस को मासूम बना रही हैं तो ठीक है बनाइए। रात को एक बजे के बाद पुलिस के आने का क्या मतलब है?’

बीजेपी प्रवक्ता ने लगाए आरोप: इसके जवाब में बीजेपी प्रवक्ता केके शर्मा ने कहा, ‘ये मुनव्वर राणा जी के पारिवारिक विवाद का मसला है। ये उनके घर का विषय है। मैं उनके आपसी विवाद में नहीं पड़ना चाहता। लेकिन अपने बेटे को छिपाने के लिए अपने घर की इज्जत सड़कों पर ला रहे हैं। आरोपी को संरक्षण देने के लिए कुछ आरोप लगाए तो ये दुर्भाग्यपूर्ण है। ये कोई पहली बार मुनव्वर राणा ने ऐसा नहीं किया है।’ मुनव्वर राणा कहते हैं, ‘अगर ये हमारे घर का झगड़ा है तो ये भारतीय जनता पार्टी क्या कर रही है? इसके आपको डिबेट के लिए क्यों बुला लिया? इसका काम क्या है?’