गूगल (Google) के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) व कंपनी के 5 अन्य अधिकारियों के खिलाफ कॉपीराइट अधिनियम की धारा में केस दर्ज हुआ है। महाराष्ट्र की एक अदालत के निर्देश पर मुंबई पुलिस ने सुंदर पिचाई और 5 अन्य अधिकारियों के खिलाफ ये मामला दर्ज किया है।

फिल्म निर्देशक सुनील दर्शन ने अपनी शिकायत में कहा है कि गूगल ने अनाधिकृत व्यक्तियों को उनकी फिल्म ‘एक हसीना थी एक दीवाना था’ को YouTube पर अपलोड करने की अनुमति दी थी। बता दें कि सुंदर पिचाई को एक दिन पहले ही पद्म सम्मान देने का ऐलान किया गया है।

कॉपीराइट उल्लंघन के मामले को लेकर फिल्म निर्देशक सुनील दर्शन ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। जाने-माने फिल्म निर्देशक सुनील दर्शन का आरोप है कि उनकी जानकारी के बिना इस फिल्म को यूट्यूब पर अपलोड किया गया। इस मामले में कोर्ट ने गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई व 5 अन्य कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया।

कोर्ट के आदेश के बाद MIDC पुलिस ने पिचाई व कंपनी के 5 अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट 1957 की धारा 51, 63 और 69 के तहत एफआईआर दर्ज की है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। सुनील दर्शन का कहना है कि इस फिल्म का कॉपीराइट उन्होंने किसी को नहीं दिया है।

शिकायतकर्ता ने क्या कहा?: सुनील दर्शन ने पूरे मामले पर कहा कि उनकी जानकारी के बिना कई लोगों द्वारा फिल्म ‘एक हसीना थी एक दीवाना था’ के गाने और वीडियो गूगल और यूट्यूब पर अपलोड किए गए। फिल्म निर्देशक का कहना था कि फिल्म के गाने और वीडियो अपलोड हो रहे थे, उस वक्त यूट्यूब और गूगल ने इसे अपलोड करने की अनुमति दी थी।

उन्होंने कहा कि फिल्म के यूट्यूब और गूगल पर अपलोड होने के कारण उन्हें करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ और अपलोड करने वालों ने करोड़ों की कमाई। इस मामले में अब पुलिस ने कंपनी के सीईओ और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।