Modi Cabinet Expansion 2021: नरेंद्र मोदी कैबिनेट का बुधवार को विस्तार हो रहा है जहां राष्ट्रपति भवन में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह जारी है। 11 मंत्रियों ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दिया हैं वहीं 43 नए मंत्रियों को मोदी कैबिनेट में जगह मिली है। कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए मध्य प्रदेश से राजसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है। इसी बात पर जब आज तक के शो ‘दंगल’ में अंजना ओम कश्यप ने कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत से सवाल पूछा कि क्या वो उनके मंत्री बनाने से खुश हैं तो उन्होंने कहा कि हां वो खुश हैं।
अंजना ओम कश्यप ने सवाल पूछा, ‘ज्योतिरादित्य सिंधिया को आज मंत्री पद मिला, खुशी है इस बात से? जवाब में कांग्रेस की प्रवक्ता ने कहा, ‘मुझे किसी की भी उन्नति से कभी भी कोई आपत्ति नहीं होती और ज्योतिरादित्य सिंधिया तो हमारे परिवार का एक जमाने में हिस्सा थे तो मुझे क्यों खुशी नहीं होगी। लेकिन मैं फिर से ये बात कहूंगी कि इससे देश का क्या भला होगा?’
सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल पूछा, ‘क्या इससे इकोनॉमी सुधरेगी? नौकरियां बढ़ेंगी? महिलाएं सुरक्षित होंगी? ज्यादा वैक्सीन लगेगी? अगर ये सब नहीं होगा तो ये निरर्थक एक्सरसाइज है। दो तीन दिन सुर्खियों में बने रहने का वे प्रयास भर है।’
ज्योतिरादित्य सिंधिया को मंत्री पद मिलने से खुश है कांग्रेस? सुनिए क्या बोलीं पार्टी प्रवक्ता @SupriyaShrinate#ModiCabinet #Dangal #CabinetExpansion #CabinetReshuffle | (@anjanaomkashyap) pic.twitter.com/57DkifxT8Q
— AajTak (@aajtak) July 7, 2021
अंजना ओम कश्यप ने उन्हें टोकते हुए कहा, ‘जिनका मंत्रालय जा रहा है, जिन पर गाज गिर रही है, आप कह रही हैं ये सुर्खियों में रहने का एक्सरसाइज है? उनके लिए तो ये सबसे बड़ा रिजल्ट कार्ड है, सबसे बड़ी शामत है, कयामत है।’
जवाब में सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि कयामत सिर्फ मंत्रियों के लिए है, विफलताओं का ठीकरा उनके सिर ही फोड़ा जाता है। वो आगे बोलीं, ‘आलोचना मंत्रियों को मिलेगी, बुके प्रधानमंत्री जी को मिलेगा। शायद इन मंत्रियों को, जो भद्दे बयान देते हैं, समझना चाहिए था कि पद आते जाते रहेंगे।’
अंजना ओम कश्यप ने उनसे फिर सवाल पूछा, ‘कितनी जाती हुई कुर्सियों का श्रेय आप लेना चाहेंगी? 11 मंत्रियों का इस्तीफा हुआ है, इनमें से कितनों का श्रेय आप लेना चाहेंगी?’
जवाब में सुप्रिया श्रीनेत बोलीं, ‘श्रेय तो तब लेते जब बड़ी विफलताओं के मंत्री जाते। अर्थव्यवस्था ठप्प पड़ी है तो अगर निर्मला जी बनी रहेंगी तो ये अपने आप में सवाल है। उनके ट्रांसलेट मंत्री का प्रमोशन हो रहा है। इकोनॉमी बैठी जा रही है और अनुराग जी का प्रमोशन हो रहा है।’

