महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर पर अजान का विरोध शुरू हो गया है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे के बयान के बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने मुंबई में लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने कार्रवाई की तो फिल्ममेकर ने सरकार पर तंज कसा।

फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्विटर पर लिखा कि “बाला साहेब ने इसी तरह 1992 में  मस्जिदों में इन लाउडस्पीकर्स के खिलाफ सड़कों पर महाआरती शुरू की थी। तब हजारों की तादाद में लोग सड़कों पर भजन करते थे। कानून, वोटों की राजनीति के हिसाब से नहीं लागू हो सकता बल्कि सब के लिए एक होना चाहिए। कहां हैं noise pollution activists?”

लोगों की प्रतिक्रियाएं: अमृत राजपुरोहित नाम के यूजर ने लिखा कि “जिस राज्य में बीजेपी की सरकार है, वहां तो बंद कराओ। जब महाराष्ट्र मे बीजेपी की सरकार थी तो तब बंद क्यों नहीं कराया,उस समय तो शिवसेना का भी साथ था।” शबीर नाम के यूजर ने लिखा कि “इसे जलन कहते हैं, क्या कभी मुसलमानों ने भी तुम्हारे फेस्टिवल पर ऐसा कोई काम किया, ये सब मुलसमानों को परेशान करने के लिए बदमाशी है।”

सिद्धार्थ नाम के यूजर ने लिखा कि “सरकार को लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। हर छोटे शहर में रोजाना 5 बार ध्वनि प्रदूषण होता है। महीने में 1-2 बार चलता भी लेकिन रोज 5 बार बहुत ज्यादा है।” मारिया नाम की यूजर ने लिखा कि “ये BMC चुनाव के लिए ड्रामा चल रहा है, इसके बाद राज ठाकरे फिर से अंडरग्राउंड हो जाएंगे, हिन्दुओं इन सबमें मत फंसो।”

प्रशांत पाठक नाम के यूजर ने लिखा कि “सबकी आस्था का कद्र हो, सिर्फ एक समुदाय के लिए ये छूट हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम भी हनुमान चालीसा बजाएंगे।” शमशेर नाम के यूजर ने लिखा कि “ध्वनि प्रदूषण तो ध्वनि प्रदूषण है, चाहे वह इस लाउडस्पीकर से आता हो या उस। ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ पहले से ही न्यायालय के आदेश हैं। भारत सरकार को धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकरों द्वारा फैलाए जा रहे इस ध्वनि प्रदूषण को रोकना चाहिए।”

बता दें कि मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा था कि मस्जिदों से लाउडस्पीकर निकाल लिए जाए वरना हम उनके सामने ही हनुमान चालीसा बजायेंगे। इसके बाद मुंबई के घाटकोपर इलाके में मनसे के एक ऑफिस के बाहर हनुमान चालीसा बजाया जा रहा था जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की है।